ठेकेदार व समाजसेवी संजीव भंडारी का रोका काफिला, लोगों ने किया विरोध

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जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है यही नहीं किसी के बीमार हो जाने पर उसे टाइम पर अस्पताल तक पहुंचाने में भी काफी दिक्कतें पेश आती हैं. इस संबंध में समाजसेवी एवं ठेकेदार संजीव भंडारी का कहना है कि इस सड़क के निर्माण के लिए टेंडर उनके नाम जरूर हुआ था.लेकिन काम शुरू करने से पहले ही वह टेंडर उनके नाम से हटा लिया गया जिस के कारणों का पता नहीं चल पाया है और इसी संबंध में उन्होंने कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह लाखों रुपए समाज सेवा के रूप में दान दे सकते हैं तो वह सरकार चाहे तो वह इस सड़क को मात्र 2 माह के भीतर तैयार कर देंगे.