स्वच्छता एवं स्वास्थ्य की दिशा में स्वच्छ भारत मिशन महत्वपूर्ण-रमेश ठाकुर

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जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने कहा कि स्वच्छता सुनिश्चित बनाने और जन-जन को स्वस्थ रखने में स्वच्छ भारत मिशन महत्वपूर्ण है। रमेश ठाकुर आज यहां स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
रमेश ठाकुर ने कहा कि देश-प्रदेश विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छता की दिशा में जागरूक बनाने और सामुदायिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर शौचालय निर्माण पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की भूमिका सराहनीय रही है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण स्वच्छता और बेहतर स्वास्थ्य का मूल आधार है और इस दिशा में हम सभी को अपनी भूमिका का उचित निर्वहन करना है।
जिला परिषद अध्यक्ष ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों एवं अन्य से आग्रह किया कि अपने परिवेश, समाज और प्रदेश को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग दें तथा स्वच्छता को दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाएं। उन्होंने ग्राम स्तर पर ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सभी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए पंचायत राज संस्थाओं के सभी चुने हुए प्रतिनिधियों का भी सहयोग लें ताकि ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता के सम्बन्ध में बेहतर योजना बनाई जा सके।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत सामुदायिक एवं व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लक्ष्यों को 31 मार्च, 2022 तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी ग्रामीण स्तर पर स्वयं सफाई व्यवस्था का जायज़ा लें ताकि इस दिशा में सभी को जागरूक बनाते हुए कमियों को दूर किया जा सके।
रमेश ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन के लिए 70 प्रतिशत धनराशि उपलब्ध करवाई जा रही है। शेष 30 प्रतिशत राशि 15वें वित्तायोग के अन्तर्गत प्रदान की जा रही है।
उन्होंने आग्रह किया कि ग्राम स्तर पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के लिए खण्ड विकास अधिकारी व्यक्तिगत निरीक्षण सुनिश्चित बनाएं।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन ज़फ़र इकबाल ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की सफलता के लिए पंचायती राज प्रतिनिधियों और ग्रामीण स्तर पर कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों का बेहतर समन्वय आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर ठोस एवं तरल कचरे के निपटान के लिए समितियां बनाई जानी चाहिएं। उन्होंने निर्देश दिए कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाए।
उन्होंने जिला के सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि शौचालयों के निर्माण को व्यक्तिगत देखरेख में समय पर पूर्ण करवाएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता के विषय में जागरूकता शिविरि आयोजित किए जाएं।
बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन जिला में वर्ष 2021-22 में अभी तक कुल 800 व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कर लिया गया है। इस अवधि में 23 सामुदायिक स्वच्छता परिसर भी निर्मित किए गए हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिला में ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन तथा अन्य स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियों पर लगभग 1.22 करोड़ रुपए की राशि व्यय की गई है।
बैठक में सोलन जिला में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 में ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियों लिए 6.90 करोड़ रुपए व्यय करने की स्वीकृति प्रदान की गई। यह राशि जिला के पांचों विकास खण्डों के 779 गांवों में खर्च होगी।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।
बैठक में विभिन्न पंचायत समितियों के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्य, भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी धर्मपुर ओम कान्त ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राजन उप्पल, जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी कुनिहार तारा शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी नालागढ़ ओमपाल, खण्ड विकास अधिकारी कण्डाघाट एचसी शर्मा, नाबार्ड के एजीएम अशोक चैहान, तथा अन्य सरकारी व गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे