देवभूमि में ‘पुष्पा’ स्टाइल में तस्करी का पर्दाफाश हुआ है। फर्क ये है कि पुष्पा फिल्म में लाल चंदन की तस्करी को दर्शाया गया। यहां रियल लाइफ में तस्करों ने पुष्पा फिल्म के पैटर्न को नशीले पदार्थ की तस्करी के लिए अपनाया। पुष्पा में मिल्क टैंक में अतिरिक्त जगह बनाकर चंदन की तस्करी की गई, यहां तस्करों ने एक सामान्य ट्रक में डीजल का टैंक ही बना डाला।
मुख्यालय से सटे रामपुर में पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। नशीले पदार्थ की तस्करी के मकसद से ट्रक के फ्यूल टैंक के साथ एक एक्स्ट्रा डीजल टैंक जोड़ दिया गया। मगर ये मॉडस ऑपरेंडी भी पुलिस की पैनी नजर से नहीं बच पाई। पुलिस अब इस सवाल का जवाब तलाश कर रही है कि नशे की खेप कहां से आई इसे कहां डिलीवर होना था। फिलहाल एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की है। वहीं डीजल टैंक के साथ नशा तस्करी के लिए एक्स्ट्रा टैंक जोड़ने की घटना से चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया है। नशा तस्कर काले कारोबार को अंजाम देने के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। इसका खुलासा वीरवार को इस घटना के बाद हुआ है।
दरअसल पुलिस ने नशा तस्करी पर लगाम लगाने के लिए नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान एक ट्रक मौके पर पहुंचा हालांकि ट्रक में बाकी सभी चीजें सामान्य थी, लेकिन ट्रक का डीजल टैंक एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी होने के चलते पुलिस कर्मचारियों का ध्यान बरबस ही उसकी तरफ चला गया। ट्रक का डीजल टैंक आम ट्रकों की डीजल टैंक से 2 गुना था। टैंक की गहनता से जांच करने पर पुलिस ने पाया कि इसके 2 पार्ट बनाए गए हैं, जिनमें से एक हिस्से में तो डीजल है, लेकिन दूसरे हिस्से में भारी मात्रा में किसी वस्तु के लिफाफे है। पुलिस ने जब लिफाफों को खोला तो कर्मचारी भी हैरान रह गए। डीजल टैंक के दूसरे भाग में नशे की बड़ी खेप छुपा कर रखी गई थी। जिसका भार करने पर करीब 95 किलोग्राम चुरा पोस्त बीज बरामद किया गया। जबकि 3 किलो से ज्यादा चूरा पोस्त भी साथ में रखी गई थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परवीन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ नशा तस्करी के आरोप में केस दर्ज किया है मामले की जांच शुरू कर दी गई है।