हिमाचल प्रदेश में शराब माफिया, भू माफिया एवं अन्य भ्रष्टाचार चरम पर हैं। अफसरशाही बेलगाम है, प्रदेश की जनता दुखी है। मुख्यमंत्री अपने निर्णय पर अटल नही रह पाते है, हर 24 घंटे में सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय बदल जाते हैं। जिससे प्रदेश विकास के हर मोर्चे पर फेल है। पूर्व लोकसभा सांसद राजन सुशांत ने प्रदेश की जनता को तीसरा राजनीतिक विकल्प देने के मकसद से हिमाचल रीजनल एलायंस के नाम से नया राजनीतिक संगठन बनाने की घोषणा की। राजन सुशांत ने कहा कि सभी छोटे छोटे लोकल राजनीतिक दलों एवं समाजसेवी संगठनों के विलय के साथ इस राजनीतिक एलायंस का गठन किया गया है एवं इसमें यह प्रयास भी रहेगा कि अन्य राजनीतिक दल एवं समाजसेवी संगठनों का भी प्रदेशहित में हिमाचल रीजनल एलायंस में विलय किया जाए।
डाक्टर सुशांत ने इस अवसर पर कहा पंजाब में हाल ही में घोषित हुए राजनीतिक नतीजों ने जता दिया है कि भाजपा एवं कांग्रेज़ जैसी रिवायती पार्टियों का समय अब समाप्त हो चुका है। लोग प्रदेश हित में बड़ी बड़ी रिवायती राजनीतिक पार्टियों के करोड़पति राजनेताओं को चुनावी रण में धूल चटा कर आम गरीब धरती से जुड़े लोगों को अपना प्रतिनिधि चुनने के काम को अधिमान देने का काम कर रहे हैं। सरकार ने एनपीएस के डेढ़ लाख लोगों पर शिमला में लाठी चलवा कर अंग्रेजों के अत्याचारी कुशासन की याद ताजा करवा दी है।
डाक्टर सुशांत ने घोषणा करते हुए कहा कि अगर हिमाचल रीजनल एलायंस की प्रदेश में सरकार बनती है तो दो घंटों में ओपीएस बहाल कर दी जाएगी। आंगनबाड़ी एवं आशा वर्कर को 400 रुपये दिहाड़ी के हिसाब से वेतन दिया जाएगा। आंगनबाड़ी आशा वर्कर, एसएमसी एवं आउटसोर्स कर्मियों के लिए पालिसी का निर्माण करके इन सभी कर्मियों को नियमित किया जाएगा।
प्रदेश के बिजली जैसे अन्य प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सदृढ़ किया जाएगा। राजन सुशांत ने पंजाब में चुनावी जीत के लिए अरबिंद केजरीवालन एवम भगवंत मान को बधाई देते हुए कहा कि समय आने पर आम आदमी पार्टी एवं हिमाचल रीजनल एयलायंस मिलकर प्रदेश में आने वाला चुनाव लड़ सकते हैं