मंडी शहर व इसके आसपास के क्षेत्र के दस हजार से अधिक पेयजल उपभोक्ता अब पानी के बिल घर बैठे आनलाइन जमा करवा सकेंगे ।मोबाइल फोन पर एप डाउनलोड कर ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के पेयजल उपभोक्ता किसी भी समय अपने बिल का भुगतान कर सकेंगे। खास बात यह है कि अगर गलती से बिल की राशि से अधिक राशि एप के माध्यम से जमा हो जाती है उस स्थित में शेष राशि आगामी माह में आने वाले बिल में भी जमा की जा सकती है। विभाग की इस पहल से पेयजल उपभोक्ताओं को अब बिल की अदायगी के लिए विभागीय कार्यालयों व बिल काउंटर के चक्कर नहीं काटना पड़ेंगे।
प्रदेश में हालांकि जलशक्ति विभाग ने बिलों के आनलाइन भुगतान की प्रक्रिया करीब दो साल पहले शुरू कर दी है।लेकिन अभी तक अधिकतर स्थानों में इस आनलाइन सिस्टम को धरातल पर नहीं उतारा गया है।तकनीकी खामियों की वजह से आनलाइन बिल भुगतान प्रक्रिया को शुरू करने में विलंब हुआ है।लेकिन मंडी शहर व इसके साथ सटे पंडोह, मझवाड़, नसलोह समेत समूचे क्षेत्र के उपभोक्ताओं के लिए सुविधा शुरू कर दी है।
सहायक अभियंता जलशक्ति विभाग भानु प्रताप का कहना है जलशक्ति विभाग के सब डिविजन में अब पेयजल उपभोक्ताओं के लिए बिल अदायगी की आनलाइन सुविधा शुरू हो गई है।उपभोक्ता अब घर बैठे अपने मोबाइल फोन से पानी के बिलों का भुगतान कर सकेंगे। इसकी उपभोक्ताओं को आनलाइन रसीद भी मिलेगी।
इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने मोबाइल में प्लेस्टोर खोल कर एचपी वाटर बिल एप को इंस्टाल करना होगा। एप खोलने पर तत्काल भुगतान पर क्लिक कर उपभोक्ता को नाम चुन कर उपभोक्ता के नाम के पहले तीन अक्षर टाइप करने होंगे। इसके बाद मंडल मंडी,सब डिवीजन नंबर एक मंडी का चयन करें।अपने आनलाइन खाता संख्या के लिए सूची व नाम खोजना है।अब स्लेक्शन सेव करने के लिए क्लिक करें। चयनित खाते के तहत भुगतान का चयन करना होगा। वेबसाइट कहेगी कि बिल जनरेट नहीं हुआ है और यदि आप अग्रिम भुगतान करना चाहते हैं फिर हां पर क्लिक करें।इसके बाद बिल की वास्तविक राशि दर्ज कर ओके पर क्लिक करें।ई-बैंकिंग का चयन कर बैंक बटन का चयन करें पेयू-नेट बैंकिंग, डेबिट और क्रेडिट कार्ड,यूपीआई चुनें। कोड दर्ज कर भुगतान क्लिक करना होगा। विकल्प यूपीआई जैसे गूगल पे,फोन पे, भीम आदि का चयन करें और बिल का भुगतान करें।भविष्य में किसी भी उपयोग के लिए रसीद को सहेजा जा सकता है।