स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान तथा मुख्यमंत्री स्वावलंबन जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं हिमाचल के बेरोजगार युवाओं के लिए सम्पन्नता एवं आत्मनिर्भरता का द्वार खोल सकती हैं। डॉ. सैजल आज कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत भोजनगर में 08 लाख रुपये की लागत से निर्मित बैठक हॉल का लोकार्पण करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. सैजल ने ग्राम पंचायत भोजनगर में तदोपरांत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार अधिनियम तथा विकास खंड सोलन के सौजन्य से एकीकृत जलागम प्रबंधन कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्राकृतिक खेती, पशुपालन एवं प्रबंधन जागरूकता अभियान कार्यशाला की अध्यक्षता की। डॉ. सैजल ने कहा कि ज़हर मुक्त खेती न केवल भविष्य को सुरक्षित रख सकती है अपितु किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलवाने में भी सहायक है। प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के माध्यम से हिमाचल को देश के उन राज्यों में शामिल करने के लिए दृढ़ संकल्प है जो प्राकृतिक खेती के माध्यम से रसायन मुक्त उत्पाद लोगों तक पहंुचाएं। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य में किसानों एवं बागवानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। आयुष मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य में अभी तक एक लाख से अधिक किसान प्राकृतिक खेती अपना चुके हैं। इस वर्ष 50 हजार किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों का पंजीकरण करेगी और उनके उत्पादों का प्राकृतिक उत्पाद के रूप में प्रमाणीकरण किया जाएगा। इससे किसानों की आय में आशातीत बढ़ोतरी भी होगी। उन्होंने कहा कि ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना’ के तहत सोलन जि़ला की सभी 240 ग्राम पंचायतों में 11063 किसानों को अभी तक प्रशिक्षण प्रदान किया गया हैं। जि़ला में 9076 किसान लगभग 848 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। डॉ. सैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना प्रदेश के युवाओं को रोज़गार प्रदाता बनाने के साथ-साथ बेरोज़गार युवाओं को अच्छा रोज़गार दिलवाने की दिशा में सशक्त प्रयास है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर इस योजना को युवाओं की अपेक्षाओं के अनुरूप नियमित रूप से स्तरोन्नत कर रहे है। वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में इस योजना के तहत परियोजना लागत की 60 लाख रुपये की सीमा को बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि कसौली विधानसभा क्षेत्र में गत 4 वर्षों में विकास के नए आयाम स्थापित किए गए है। विधानसभा क्षेत्र में उपमंडलाधिकारी कार्यालय, परवाणू में तहसील कार्यालय खुलने से लोगों को व्यापक लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि धर्मपुर में 28 लाख रुपये की लागत से सब्जी मंडी तथा धर्मपुर में ही महाविद्यालय भवन शीघ्र लोकार्पित किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर कोविड-19 महामारी के समय में अनुकरणीय कार्य करने के लिए स्वास्थ्य कर्मी संयोगिता तथा आशा कार्यकर्ता रीना देवी, दीक्षा और मान्यता को सम्मानित भी किया। उन्होंने अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत काबाकलां, प्राथा और बोहली की 21 महिलाओं को सिलाई मशीनें क्रय करने के लिए अनुदान के रूप में 1800-1800 रुपये प्रदान किए। बीडीसी सोलन के अध्यक्ष भीम सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। ग्राम पंचायत भोजनगर के प्रधान मनोज शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। खंड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा ने इस अवसर पर अवगत करवाया कि ग्राम पंचायत भोजनगर में एकीकृत जलागम परियोजना के तहत 332 हेक्टेयर भूमि के उपचार पर लगभग 42 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। जिला कल्याण अधिकारी सोलन गिरधारी लाल शर्मा, कृषि विभाग के डॉ. जोगिन्द्र चौहान एवं डॉ. संजय, प्रदेश कामगार कल्याण बोर्ड के मोहन चौहान, पशुपालन विभाग से डॉ. उपेन्द्र भारद्वाज तथा सीडीपीओ सोलन कविता गौतम ने शिविर में लोगों को विभागीय जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर पर्वतीय लोक मंच के कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को नशे की कुरीतियों के बारे में जागरूक किया गया। भाजपा मंडल कसौली के अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा, जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र ठाकुर, ग्राम पंचायत भोजनगर के उप प्रधान रणजीत वर्मा, बीडीसी सदस्य किरण कुमारी, उपमंडलाधिकारी सोलन अजय यादव, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सोलन डॉ. देश राज बनयाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, भाजपा तथा भाजयुमो के वरिष्ठ पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।