केलांग- लाहौल- स्पीति के पुलिस थानों में वीडियो कॉलिंग आधारित वी-सेट स्थापना को लेकर योजना बनाई जा रही है ताकि विशेषकर सर्दियों के मौसम के दौरान लोग इस मैकेनिज्म के माध्यम से अपनी समस्या सीधे तौर पर प्रशासन के साथ साझा कर सकें।
उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने यह जानकारी आज तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा के साथ बैठक के बाद दी। उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न जगहों पर सेटेलाइट फोन की उपलब्धता और उनके कार्यशील रहने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति जिले की भौगोलिक और मौसम से जुड़ी परिस्थितियों के मद्देनजर संचार व्यवस्था का प्रभावी व सुचारु रहना जरूरी है ताकि सूचना का आदान प्रदान समय पर सुनिश्चित हो सके। उपायुक्त ने बताया कि ग्रांफू से काजा सड़क मार्ग पर संचार व्यवस्था के साधन उपलब्ध ना होने के चलते कई बार पर्यटकों और अन्य लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और प्रशासन को भी आपदा प्रबंधन में कठिनाई पेश आती है। उन्होंने कहा कि बातल- छतरु क्षेत्र में मोबाइल टावर स्थापित करने को लेकर भी संबंधित टेलीकॉम कंपनी के साथ चर्चा की जा चुकी है।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि लाहौल-स्पीति में भी अब कोरोना के कुछ पॉजिटिव मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देश दिए गए हैं कि जिले में विशेष तौर से प्रवासी कामगारों की कोराना टेस्टिंग को बढ़ाया जाए। इसके अलावा बाहरी राज्यों से जो कामगार अब भी आ रहे हैं उनके नियमित सैंपल लिए जाएंगे।
उपायुक्त ने फिर से आमजन से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। लोग सार्वजनिक जगहों पर कोविड-19 सम्मत व्यवहार को रोजाना जीवन का हिस्सा बनाना ना भूलें। मास्क पहनना, साबुन से हाथ धोते रहना और शारीरिक दूरी ही कोरोना वायरस से बचाव कर सकती है।
उपायुक्त ने ये भी जानकारी दी कि क्षय रोग और कुष्ठ रोग के उन्मूलन को लेकर जिले में कार्य योजना के तहत ठोस प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लाहौल-स्पीति जिला अभियान के कार्यान्वयन में शीर्ष पर रहे। इस मौके पर उनके साथ पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा भी मौजूद रहे।