शिक्षा में गुणात्मकता और नैतिकता का समावेश आवश्यक- विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज

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विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में साक्षरता के विस्तार के साथ-साथ गुणात्मकता व नैतिकता का समावेश भी आवश्यक है। शिक्षा संस्कार युक्त होनी चाहिए ताकि यूवा वर्ग अपनी समृद्ध संस्कृति व   गौरवशाली इतिहास से जुड़े रहें । देश के परम वैभव के लिए युवाओं को नैतिकता की भावना से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए। डॉ. हंसराज ने यह बात  आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैला में स्कूल प्रबंधन समिति , विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के साथ संवाद करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि स्कूल में प्रवक्ताओं के रिक्त चल रहे पदों को विधायक विद्यालय के द्वार के तहत स्थानीय स्तर पर स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से भरने की कवायद को शुरू किया गया है। चुराह  विधानसभा के तहत के शिक्षा के क्षेत्र में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने विशेष प्राथमिकता रखने की बात भी की।  उन्होंने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैल्ला में प्रतिनियुक्ति के  आधार पर एक प्रवक्ता को  नियुक्त किया गया  है ।  शेष रिक्त  पदों पर जल्द भरे जाने का आश्वासन दिया । 

विधानसभा उपाध्यक्ष ने पंचायत प्रतिनिधियों और स्कूल प्रबंधन समिति को स्थानीय पाठशाला में  विभिन्न  समस्याओं के समाधान को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए । अभिभावकों से आह्वान करते हुए डॉ. हंसराज ने कहा कि  वे  बच्चों की रोजाना गतिविधियों पर ध्यान  आवश्य रखें ।  इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष  ने नौंवी व दसवीं  के विद्यार्थियों  की कक्षाएं  ली । और उन्होंने छात्र-छात्राओं  को कोविड वैक्सीनेशन के प्रति भी जागरूक किया।  इसके पश्चात विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ हंसराज ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्हेल में  स्कूल प्रबंधन समिति और छात्रों के अभिभावकों से संवाद किया। उन्होंने कल्हेल स्कूल में भी चल रहे प्रवक्ताओं के रिक्त पदों को स्थानीय स्तर भरने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति को निर्देशित किया। उन्होने ने कहा कि चयनित पात्र शिक्षकों के मानदेय के लिए उचित व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर जिला महामंत्री वीरेंद्र ठाकुर, मंडल अध्यक्ष ताराचंद ठाकुर, मंडल महामंत्री पम्मू , अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष गोविंद, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग शैलेश राणा सहित प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे ।