दिल्ली से पांच दिन बाद शिमला लौटे मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होना लोकतांत्रिक मूल्य और सच की जीत है। CM ने कहा कि सच बार-बार झूठ का सामना करता है और झूठ बार-बार सच से टकराता है। अंत में जीत सच की होती है। राहुल के मामले में भी यह हुआ। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार की पहली प्राथमिकता सेब को मंडियों तक पहुंचाना है। विधानसभा का मानसून सत्र इसके बाद बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी आपदा है। इससे निपटने के लिए सभी मंत्री फील्ड में है।
CM ने कहा कि वह कल खुद रोहड़ू, चौपाल, ननखड़ी, नारकंडा जा रहे हैं और आपदा से हुई तबाही को खुद देखेंगे। इस दौरान अधिकारियों को बाढ़ प्रभावितों की हर संभव सहायता करने और सेब को मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़कों को बहाल करने के निर्देश दिए जाएंगे। CM ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलकर अंतरिम राहत की पहली किश्त जल्द जारी करने का आग्रह किया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने उन्हें भरोसा दिया है कि पिछला बेकलॉग जल्द जारी किया जाएगा। बाकी राशि केंद्र से आई टीम की रिपोर्ट के आधार पर दी जाएगी।
NHM के तीन कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मी ठेकेदार द्वारा लगाए जाते हैं। इसमें किसी प्रकार का विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को निकाला गया है, सरकार उनका भी पक्ष सुनेगी। गौरतलब है कि NHM ने तीन आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है। इन कर्मचारियों ने आरोप लगाया था कि हेल्थ सचिव उनसे घर पर काम करवाते हैं। हालांकि स्वास्थ्य सचिव ने इन आरोपों को सीरे से खारिज किया है। अब इन तीनों को नौकरी से हटा दिया गया है।
NHM कर्मी हटाने पर इंटक ने सवाल खड़े किए है। इंटक उपाध्यक्ष पूर्ण चंद ने कहा कि कार्यालय में रखे गए कर्मचारियों से अधिकारियों द्वारा अपने घर में झाड़ू-पोछा और बर्तन व कपड़े धुलवाना गलत है। उन्होंने चेताया कि जितने भी अधिकारियों ने अपने घर पर आउटसोर्स कर्मचारी रखे हैं, सभी को वापस दफ्तर भेजा जाए। ऐसा नहीं करने पर परिणाम भुगतने को तैयार रहने की भी चेतावनी दी है।