हिमाचल प्रदेश के मंडी से कुल्लू को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग भारी बारिश के चलते शनिवार रात करीब 12 बजे के आसपास पहाड़ी से अचानक पत्थर गिरने के कारण बंद हो गया। डयोड के पास तीन अलग-अलग स्थानों पर हुए भूस्खलन ने यातायात पूरी तरह बाधित कर दिया। हालात की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर रात को 12:00 बजे नौ मील के सेफ जोन में ट्रैफिक को पूरी तरह रोक दिया गया। देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिसमें पर्यटक वाहन, ट्रक, बसें और स्थानीय लोगों के वाहन शामिल रहे।घटना की जानकारी मिलते ही एएसआई अनिल कटोच मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जैसे ही भूस्खलन की सूचना मिली, तुरंत टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और सभी वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया ताकि कोई जानमाल का नुकसान न हो। पुलिस और प्रशासन ने हाईवे पर फंसे यात्रियों को आश्वस्त किया है और स्थिति सामान्य करने के प्रयास तेज कर दिए। सुबह करीब 10 बजे तक हाईवे को एक तरफा आवाजाही के लिए बहाल किया। मशीनें मलबा हटाने में जुटी हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। मंडी जिले में दो एनएच समेत कुल 209 सड़कें बाधित हैं। जबकि 272 बिजली ट्रांसफार्मर व 175 पेयजल योजनाएं ठप हैं।
सड़क बंद होने से एक बरात भी फंसी
पड़ोह के पास कैंची मोड़ में हाईवे बंद होने से हजारों लोग फंसे रहे। सड़क बंद होने से एक बरात भी इसमें फंस गई। पंहोह पुलिस की टीम ने दुल्हे को वहां से निकाल कर दूसरे वाहन में भेज दिया। जानकारी के अनुसार मंडी के दुदर से स्नोर क्षेत्र के ज्वालापुर जा रही यह बरात सड़क बंद होने से फंस गई। इसके बाद पुलिस की टीम ने दुल्हे को वहां से निकाल कर दूसरे वाहन में भेज दिया। कैंची मोड़ के पास सड़क बंद होने से सैकड़ों वाहन फंस गए। मार्ग को खोलने में प्रशासन की टीम जुट गई है।