भराड़ी थाना के तहत हरितल्यांगर (जोहड़ी) गांव में पांच साल का बच्चा बंदूक के छर्रे लगने से घायल हो गया। मासूम को गंभीर हालत में आईजीएमसी दाखिल है। वारदात के समय बच्चे के साथ उसका दादा भी था। घटनास्थल से छह कारतूस, एक बंदूक, 22 डेटोनेटर, गन पाउडर और शराब की आधी बोतल सहित अन्य सामान बरामद हुआ है।पुलिस ने जांच तेज कर दी है। हैरानी की बात यह है कि किसी ने पुलिस को वारदात की सूचना नहीं दी और बच्चे को घायल अवस्था में शिमला पहुंचा दिया गया, जहां से डॉक्टरों ने पुलिस को सूचना दी। इस कारण कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। उधर, पुलिस को दिए बयान में शिमला-मटौर नेशनल हाईवे पर हरितल्यांगर में ढाबा चलाने वाले राकेश ने बताया है कि वह किराये की दुकान में ढाबा चलाता है।
बुधवार रात करीब 10:30 बजे मकान मालिक कमल अपने पांच साल के पोते को साथ लेकर आया। दादा-पोता ढाबे के साथ वाले कमरे में चले गए। कुछ ही पलों में अंदर से गोली चलने की आवाज आई। वह कमरे में गया तो बंदूक नीचे पड़ी थी और कमल ने अपने पोते को उठाया हुआ था।
इधर, कमरे के अंदर भारी मात्रा में असलह मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। 36 फीट सुतली भी कमरे से मिली है। इसे धमाका करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है और उसे अपने पास रखना अपराध है।जिस मकान में गोली चलने की घटना हुई, उससे करीब 100 मीटर दूरी पर कमल का एक और मकान भी है, जहां पर भी खून के धब्बे मिले हैं। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल ने कहा कि ढाबा संचालक के बयान दर्ज किए गए हैं। एक टीम आईजीएमसी भेजी गई है। हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है।