नालागढ़ उपमंडल के राजपुरा गांव में युवक प्रवीण कुमार पर हुए जानलेवा हमले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। करीब एक सप्ताह पहले गांव के ही दो युवकों ने तेजधार हथियारों से प्रवीण पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। प्रवीण इस समय पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। घटना के बाद से आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण ग्रामीणों और परिवार में जबरदस्त रोष है।
गुस्साए ग्रामीणों और प्रवीण के परिजनों ने शनिवार को नालागढ़ पुलिस थाने का घेराव किया। सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे धरना-प्रदर्शन और सड़क जाम जैसे कड़े कदम उठाएंगे।
प्रवीण की पत्नी की बहन ने मीडिया को बताया कि हमलावरों ने कई दिनों तक प्रवीण की रेकी की थी। जिस दिन घटना घटी, प्रवीण राजपुरा-खेड़ा मार्ग पर अपने नौकर को लेने जा रहा था, तभी हमलावरों ने उस पर घात लगाकर हमला कर दिया। उन्होंने प्रवीण को रिवॉल्वर दिखाकर धमकी भी दी कि “अगर बच गया तो गोली मार देंगे।” हमलावर प्रवीण को मृत समझकर मौके से फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने घायल प्रवीण को तुरंत नालागढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। प्रवीण वर्तमान में पीजीआई के आईसीयू में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
परिवार ने आरोप लगाया कि हमलावर घटना के बाद भी लगातार फोन पर जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं, जिससे पूरा परिवार और गांव दहशत में है। प्रवीण के पिता रामगोपाल ने भावुक होते हुए कहा कि एक बेटा अस्पताल में जिंदगी से लड़ रहा है, दूसरा बेटा उसकी देखभाल कर रहा है और परिवार पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने परिवार की सुरक्षा और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
डीएसपी नालागढ़ विषम ठाकुर ने कहा कि पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है। एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है, जिसे हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। मुख्य आरोपी कर्मजीत की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा। डीएसपी ने यह भी भरोसा दिलाया कि पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। ग्रामीणों की नजरें अब पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं और वे प्रवीण के जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।