मामले की जांच कर रहे अफसरों के समक्ष मास्टरमाइंड को पकड़ने की बड़ी चुनौती है। लेकिन, जांच अधिकारियों को इसके साथ अपने उच्चाधिकारियों से बचने की भी चुनौती बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार पेपर लीक मामले में कुछ पुलिस अफसर विभीषण का रोल निभा रहे हैं। वे जांच अधिकारियों पर नजर रखकर सूचनाएं इधर से उधर पहुंचा रहे हैं। जांच अधिकारियों को संदेहास्पद अफसरों से बचकर जांच को आगे बढ़ाना पड़ रहा है।
ऐसे में जांच टीम के समक्ष मामले की निष्पक्ष जांच करना टेड़ी खीर बना हुआ है। पुख्ता सूत्रों के अनुसार मामले की जांच कर रही अफसरों की टीम में कई अधिकारी मामले की सीबीआई जांच करवाने की वकालत कर रहे हैं। तर्क दिया जा रहा है कि पेपर लीक पुलिस भर्ती का हुआ है। शक के दायरे में पुलिस अधिकारी भी आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पुलिस महकमा अपने ही अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच कैसे कर सकता है। मामले की तार हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तक से जुड़े हुए हैं। ऐसे में सीबीआई के लिए यह केस फिट बैठता है। सीबीआई से जांच होने पर लोगों के बीच निष्पक्ष जांच की भावना आएगी।