श्रावण मास के चलते आर्ट आफ लिविंग संस्था द्वारा सोलन के सनातन धर्म मंदिर हाल में रूद्र पूजा का आयोजन किया गया। रूद्र पूजा के लिए साध्वी अमिता खास तौर पर आर्ट आफ लिविंग अन्र्तराष्ट्रीय आश्रम बैंगलोर से सोलन पहुंची । कार्यक्रम की शुरूआत गुरू पूजा से की गई। इसके बाद भगवान शिव की रूद्र रूप की पूजा आरंभ हुई। बैंगलौर से आए वेदाचार्यों ने वैदिक मंत्रोचारण के साथ माहौल को शिवमय बना दिया। साध्वी अमिता ने रूद्र पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनो तरह की उर्जा विद्यमान है। हम जब भगवान शिव की पूजा करते हैं तो हमारे आसपास मौजूद सभी नकारात्मक उर्जायें जैसे कि बिमारी, तनाव एवं अप्रसन्नता सकारात्मक उर्जा शांति, स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता में बदल जाती है।
उन्होने कहा कि रूद्र पूजा भारत में प्राचीन काल से होती आ रही हैं। वेदों में भी इसे बुराईयों को हटाने एवं सभी इच्छाओं को पूरी करने वाली सबसे उत्तम पूजा कहा गया है। पूजा के उपरान्त आर्ट आफ लिविंग के भजन गायक अतुल गुरु ने एक के बाद एक शिव भजन गाकर उपस्थित श्रद्वालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। आर्ट आफ लिविंग प्रवक्ता संजय जोशी ने बताया कि श्रावण मास में रूद्र पूजा का विशेष महत्व होता है।
उन्होने कहा कि पूरे प्रदेश में श्रावध मास के दौरान रूद्र पूजा की जा रही है और पूरे मास विभिन्न स्थानों में पूजाओं का दौर जारी रहेगा। इस अवसर पर आर्ट आफ लिविंग प्रशिक्षक संजय, पंकज, अल्का, सूद, स्वदेश धीमान, पुनीत कपूर, अतुल, पारुल, ज्योती, , सिमी भसीन, प्रदीप सूरी डॉ प्रवीण सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।