कूड़े के ढ़ेर से मिलने वाले सबूतों के आधार पर नगर परिषद ने पहला चालान किया है। बेशक ही ऐसे चालान पहले भी किए जाते रहे होंगे, लेकिन हाल ही के वर्षों में इसे नप की पहली कार्रवाई माना जा सकता है। 250 रुपए का चालान किया गया है।
चालान को कंपाउंड करने के दौरान शख्स ने नगर परिषद को बताया कि उन्होंने घर पर सफाई कर्मचारी को रखा हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी घर के कूड़े को ले जाने की होती है। इस बात का अंदाजा नहीं है कि सफाई कर्मचारी द्वारा कूड़े को कहां डंप किया जाता है। सफाई कर्मचारी घरों से कूड़ा एकत्रित करने के बाद इसे काफी दूर ले जाकर गली के कोने में फैंक देते हैं। घर के मालिक को भी इस बात का अंदाजा नहीं होता।


