उपमंडल मुख्यालय अंब की निवासी 15 वर्षीय किशोरी की हत्याकांड की गुत्थी सुलझने के बाद हिंदू संगठनों का पारा भड़क उठा है। एक तरफ जहां पुलिस ने हत्या के आरोपी को हिरासत में लिया, वहीं दूसरी तरफ थाना परिसर के बाहर हिंदू संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता हत्या आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर जमा हो गए।
वहीं थाना परिसर के बाहर तनाव बढ़ता देख पुलिस को फौरन डिफेंस मोड में आना पड़ा और थाने के मुख्य द्वार को अंदर से बंद कर लिया गया है। आक्रोशित हुई भीड़ ने हत्या आरोपी को बाहर निकालने के लिए थाने का दरवाजा खोलने का भी प्रयास किया।
वहीं थाना परिसर के बाहर चल रहे गतिरोध को शांत करने के लिए पुलिस कर्मचारी भी लोगों से लगातार बातचीत करते हुए मसले का हल निकालते दिखाई दिए। काफी देर तक चले गतिरोध के बाद पुलिस कर्मचारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। 15 वर्षीय किशोरी की हत्याकांड की गुत्थी सुलझते ही हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार सुबह उपमंडल मुख्यालय अंब स्थित थाना परिसर के बाहर एकत्रित हुए सैकड़ों हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस वारदात पर विरोध दर्ज करवाते हुए देवभूमि के लिए इसे कलंक बताया।
हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि एक तरफ हिमाचल प्रदेश समेत समूचे भारत में नवरात्रि के अवसर पर कन्या पूजन चल रहा है तो दूसरी तरफ घरों में घुसकर कन्याओं की हत्याएं की जा रही है। उन्होंने इस मामले को जिहाद से जोड़ते हुए हत्या आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग उठाई।
उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हिंदू समाज को अपने ही देश में कब तक इस प्रकार की वारदातों से गुजरना पड़ेगा। प्रदर्शनकारी इस दौरान हत्या आरोपी को जनता के सुपुर्द करने की मांग पर भी अड़े रहे। उग्र होते प्रदर्शन को देखकर मौके पर पुलिस दल को भी अपनी ताकत बढ़ानी पड़ी और अतिरिक्त पुलिस बल को भी मौके पर बुलाना पड़ा।
घंटों तक चले गतिरोध के बाद पुलिस कर्मचारियों ने मुश्किल से प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर थाना परिसर के मुख्य द्वार से हटाया। जबकि इसके बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मंडल मुख्यालय के चौराहे पर जाकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।