भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का एक दृढ़ निश्चित तो पक्का है, “जिस काम को भारतीय जनता पार्टी करें उस काम का श्रेय लेते हुए अपने खाते में जोड़ने का”। यह बयान कर्ण नंदा ने कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर द्वारा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पर सवाल उठाने पर दिया। नंदा ने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश में जन सुविधाएं आई तो वह जगत प्रकाश नड्डा की दूरगामी सोच के कारण आई है, कांग्रेस के नेता केवल मात्र अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए आरोप लगाते हैं, जो कि बाद में निराधार साबित होती है।
नंदा ने कहा कि हम कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में अगर एम्स, पीजीआई सैटलाइट सेंटर, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, मदर एंड चाइल्ड हस्पताल, मेडिकल कॉलेज, ट्रामा सेंटर, कैंसर हस्पताल जैसी अनगिनत सुविधाएं कौन लाया। कांग्रेस के नेता तो अपने भाषणों में कहा करते थे कि इस प्रकार की सुविधाएं तो सपना है और इनको दूरबीन से ढूंढना पड़ता है, पर आज जब यह सुविधा बनकर तैयार हो गई तब वह इन उपलब्धियां को अपने खाते में डालने का गलत प्रयास कर रहे हैं। भाजपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश के सपनों को साकार करने का कार्य किया है और इसको आप झूठ ला नहीं सकते।
नंदा ने कहा आओ कांग्रेस के नेताओं कुछ बातें बताएं जो शायद उनको आंखों पर काली पट्टी बांधने के कारण दिखती नहीं होगी। बल्क ड्रग पार्क ऊना को केंद्र सरकार से मार्च 2026 तक एक्सटेंशन मिली तो वह जेपी नड्डा के कारण मिली।
ऊना में बल्क ड्रग पार्क परियोजना की कुल अनुमानित लागत 1923 करोड़ रुपये है, जिसमें भारत सरकार की अनुदान राशि 1118 करोड़ रुपये और शेष 804.54 करोड़ रुपये की राशि राज्य सरकार को वहन करनी होगी।
एम्स का शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने तीन अक्तूबर 2017 को लुहणू मैदान से किया था। 1471 करोड़ की लागत से एम्स को 247 एकड़ (99.96 हेक्टेयर) भूमि में स्थापित किया गया है और इसका उद्घाटन भी पीएम के करकमलों द्वारा हुआ। जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक कुल 96% घरों में 8.82 लाख नए नल कनेक्शन और अब तो हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा इसके लिए अतिरिक्त बजट भी मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लोगों को अटल टनल का उपहार देकर अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार किया। इस पर भी कांग्रेस पार्टी ने सियासी घमासान किया था पर मिला कुछ नहीं। सुरंग 3,100 मीटर (10,171 फीट) की ऊंचाई पर है जबकि रोहतांग दर्रा 3,978 मीटर (13,051 फीट) की ऊंचाई पर है। इसका उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। पूरी परियोजना की लागत ₹3,200 करोड़ है। नंदा ने कहा कि जवाब तो कांग्रेस नेताओं को यह देना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर सरकार द्वारा और केंद्र सरकार से प्रेरित योजनाओं को बंद करने का काम क्यों किया जा रहा है क्या कांग्रेस पार्टी को जनता की सेवा करने वाली योजनाएं अच्छी नहीं लगती है।