हिमाचल पुलिस के चर्चित हैड कांस्टेबल मनोज ठाकुर पर गोली चलाने के आरोप लगे हैं। यह आरोप उनके गांव के ही रिश्तेदारों ने लगाए हैं। रामदीत्ता और मंशा देवी का कहना है कि मनोज ठाकुर (HC Manoj Thakur) ने उनकी बेटी पर गोली चलाई, जिस कारण वह घायल हो गई है और पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) से उसका उपचार चल रहा है। इन्होंने पुलिस को लिखित में शिकायत देकर मनोज ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
यह है पूरा मामला….
बता दें कि यह घटना 28 जनवरी की है। पुलिस के पास दर्ज शिकायत के अनुसार सरकाघाट उपमंडल के तहत आने वाले कठोगण गांव की युवती प्रोमिला अपने घर के आंगन में काम कर रही थी। इसी दौरान किसी ने गोली चला दी। हालांकि यह गोली बंदरों को भगाने के लिए चलाई गई थी और इसका एक छर्रा युवती को भी जा लगा। इस कारण प्रोमिला घायल हो गई और उसे उपचार के लिए रिवालसर लाया गया, जहां से मेडिकल कालेज नेरचौक और बाद में पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।
पहले पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ गोली चलाने का मामला दर्ज किया था, लेकिन अब परिजनों ने मनोज ठाकुर पर गोली चलाने का आरोप लगाते हुए दोबारा से लिखित में शिकायत दे दी है।
मां का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल….
प्रोमिला की मां मंशा देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मंशा देवी आरोप लगा रही है कि उसकी बेटी पर मनोज ठाकुर ने गोली चलाई है। यह गोली बंदरों को भगाने के लिए चलाई गई थी लेकिन यह मेरी बेटी को जा लगी। घटना के समय मेरे मामा घर पर मौजूद थे। बेटी को उपचार के लिए चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया जहां सीटी स्कैन से पता चला कि बेटी एक गोली का छर्रा बेटी के हार्ट के पास जा लगा है, जिस कारण फेफड़ों में पानी भर गया है और इन्फेक्शन हो गया है।
पुलिस ने जब बयान लिखे तो उस वक्त हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था तो अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज हो गई। मनोज ठाकुर ने चंडीगढ़ आकर अपनी गलती मानते हुए दस हजार देने की कोशिश की। साथ ही और मदद करने की बात भी कही। हमने अब पुलिस को शिकायत देकर मनोज ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी है।
मनोज ठाकुर ने नकारे आरोप, कहा-मैंने तो उल्टा मदद की….
मनोज ठाकुर ने इस पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने लगाए जा रहे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। मनोज ठाकुर ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि परिवार के लोग किसके दबाव में इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। जब यह घटनाक्रम हुआ तो उस वक्त मैं घर पर ही था। धमाके की आवाज सुनकर मैं भी बाहर निकला। इतने में पता चला कि प्रोमिला घायल हुई है।
मैंने अपनी गाड़ी निकाली और उसमें प्रोमिला को उसके परिजनों सहित रिवालसर ले गया, जहां मेडिकल कालेज और फिर पीजीआई ले जाया गया। यह मेरे रिश्तेदार हैं और हमारा घर आसपास ही है। घर गांव में ऐसे घटनाक्रम हो जाने पर जो मदद करनी चाहिए, मैंने तो वही की है। लेकिन अब मुझपर गोली चलाने को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं, जो मेरी समझ से परे हैं। परिवार ने मुझपर जो आरोप लगाए हैं पुलिस उनकी जांच कर रही है। मैं जांच में पूरी तरह से सहयोग के लिए तैयार हूं।
पुलिस कर रही है मामले की जांच….
वहीं, डीएसपी सरकाघाट संजीव गौतम ने बताया कि पहले अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था लेकिन अब परिवार के लोगों ने मनोज ठाकुर पर आरोप लगाए हैं। जो आरोप लगाए गए हैं उन्हें वेरीफाई किया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गोली किसने चलाई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।