हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की नौहराधार शाखा में करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोप में सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश को पुलिस रिमांड मिला है। इसी बीच बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) श्रवण मांटा, कोऑपरेटिव बैंक हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, और जिला सिरमौर कोऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर भारत भूषण मौहिल ने नौहराधार का दौरा किया। उन्होंने मुख्य बाजार और विभिन्न पंचायतों में ग्राहकों से मुलाकात की और उन्हें इस कठिन समय में धैर्य बनाए रखने का आश्वासन दिया।ग्राहकों ने अपनी FD और कैसीसी (कैश क्रेडिट) पर फर्जी तरीके से बनाए गए लोन और पैसों की गबन के बारे में चिंता जताई। इस पर बैंक अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि किसी भी ग्राहक का पैसा नहीं डूबेगा। मीडिया के सवालों का सामना करते हुए बैंक अधिकारियों ने बताया कि ऑडिट की जांच 2017 तक पूरी हो चुकी है। सहायक प्रबंधक से रिकवरी के सवाल पर, डायरेक्टर ने कहा कि बैंक कर्मी की संपत्ति और जमीन की जांच के लिए राजगढ़ तहसीलदार को लिखा गया है।
इस बीच व्यापार मंडल नौहराधार के अध्यक्ष विवेक चौहान की अगुवाई में व्यापार मंडल ने बैंक के MD को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें इस घोटाले की जांच उच्चतर एजेंसी या सीबीआई से करवाने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने के दौरान व्यापार मंडल के सदस्यों और कई स्थानीय लोग उपस्थित थे।
पुलिस के अनुसार, आरोपी सहायक प्रबंधक से गहन पूछताछ जारी है, और पांच दिन की रिमांड की अवधि पूरी होने पर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह घोटाला क्षेत्र में चिंता का विषय बना हुआ है, और लोग अपने पैसे की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। मामले की जांच और रिकवरी प्रक्रिया पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।