राजगढ़ का बैशाखी मेला आस्था व श्रद्धा का प्रतीक

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प्रदेश के धार्मिक एवं प्राचीन मेलो की श्रृखंला में कालान्तर से राजगढ़ क्षेत्र के आराध्य देव ῾शिरगु के नाम पर हर वर्ष बैशाख माह की संक्रांति को मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह मेला 13 से 15 अप्रैल, 2024 तक नेहरू ग्राउंड राजगढ़ में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। राजगढ़ का बैशाखी मेला प्रदेश के प्रसिद्व प्राचीन मेलों में से एक है। बैशाख मास की संक्रान्ति को इसका आयोजन होने से इसका नाम बैशाखी मेला पडा है जबकि पंजाब में मनाए जाने वाले बैशाखी पर्व से इस मेले का कोई सरोकार नहीं है। राजगढ़ शहर के अस्तित्व में आने से पहले यह मेला सबसे पहले कुलथ के समीप कूफरधार और उसके बाद ῾सरोट के टिब्बे पर मनाया जाता था। अतीत में इस टिब्बे पर ῾शिरगुल देव का छोटा सा मंदिर हुआ करता था जिसे शहर के अस्तित्व में आने के उपरान्त राजगढ़ मे स्थानान्तरित किया गया था। स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों के अनुसार कि कालान्तर से ही राजगढ़ मेला पूरे क्षेत्र के लोगो के लिए मनोरंजन का एक मात्र साधन हुआ करता था। उनका कहना था कि लोग सरोट के टिब्बे पर ῾शिरगुल मंदिर में नमन करने के साथ मेले का भी भरपूर आन्नद उठाते थे। लोगों का विश्वास आज भी कायम है कि शिरगुल देवता के मेले के आयोजन से समूचे क्षेत्र में कभी भी महामारी के फैलने तथा ओलावृष्टि का भय नहीं रहता है और शिरगुल देवता की अपार कृपा से क्षेत्र में खुशहाली और समृद्धि का सूत्रपात होता है।