सोलन के 2 पी.एच.सी. के पिन कोड गलत होने का आया मामला
कोविन पोर्टल पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग वैक्सीन का स्लॉट बुक करने में नाकाम क्यों हो रहे हैं, इसका खुलासा हो गया है। कोविन पोर्टल पर कई ग्रामीण क्षेत्रों के पी.एच.सी. व एच.एस.सी. का पिन कोड ही गलत दर्ज किया गया है। यही कारण है कि जब ये लोग पिन कोड से स्लॉट को सर्च कर रहे हैं तो यह शो ही नहीं हो रहा है और तब तक उनके टीकाकरण केन्द्र का स्लॉट बुक करने में वे लोग कामयाब हो रहे हैं जो जिले से कोविन पोर्टल को सर्च कर रहे हैं क्योंकि उन्हें जिले में जो भी स्लॉट मिल जाता है, वे वहां पर
वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं। यही कारण है कि दूसरे जिलों या फिर शहरों के लोगग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन लगवा रहे हैं और स्थानीय लोग उससे वंचित हो रहे हैं। हैरानी इस बात की है कि स्वास्थ्य विभाग का ध्यान भी इस ओर नहीं गया है जबकि स्थानीय लोगों को स्लॉट न मिलने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने जिला सोलन में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग को वैक्सीन लगाने के लिए 21 टीकाकरण केन्द्र बनाए हुए थे। इनमें अर्की स्वास्थ्य खंड का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डुमैहर व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बसंतपुर था। इनके लिए 18 मई को शाम 5 बजे स्लॉट बुक करने के लिए कोविन पोर्टल ओपन हुआ लेकिन पोर्टल में डुमैहर पी.एच.सी. का पिन कोड ही गलत था।
पोर्टल में इन 2 अस्पतालों का पिन कोड कंडाघाट तहसील के कुफ्टू का दिया हुआ था। उस दिन कुफ्टू में भी वैक्सीनेशन ड्राइव थी। कुफ्टू का पिन कोड 173207 है। यही पिन कोड डुमैहर व बसंतपुर
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी दिया हुआ था जबकि इन दो क्षेत्रों का पिन कोड 173221 है। इसी का ही परिणाम है कि इन दोनों ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों के लोग वैक्सीन लगवाकर चले गए और स्थानीय लोगों को अब अगली वैक्सीनेशन ड्राइव का इंतजार करना पड़ेगा।
कोविन पोर्टल में पिनकोड के गलत दर्ज होने का मामला अब ध्यान में आया है। पोर्टल में सेंटर जिले से अपलोड किए जाते हैं। अब देखेंगे कि गलती कहां से हुई है। सभी टीकाकरण केन्द्रों के पिनकोड चैक किए जाएंगे ताकि लोगों को इस प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
डा. राजन उप्पल, मुख्य
चिकित्सा अधिकारी सोलन