हिमाचल प्रदेश का 24 वर्षीय जवान चाइना बॉर्डर पर देश के लिए शहीद हो गया है। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लंज का 24 वर्षीय जवान रोहित कुमार इन दिनों अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर ड्यूटी दे रहा था। बताया जा रहा है कि रोहित टीम के साथ पेट्रोलिंग पर था। इस दौरान अचानक ही उसका पैर फिसल गया और गहरी खाई में गिर गया। अन्य सेना के जवानों ने कड़ी मशक्क्त के बाद रोहित को खाई से बाहर निकाला गया और घायल अवस्था में सेना अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोहित के शहादत की खबर मिलते ही घर में चीखों पुकार मच गई। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। सैन्य अधिकारी ने रोहित के मामा पवन कुमार को शहीद होने की सूचना दी।
रोहित कुमार वर्ष 2018 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। वर्तमान में रोहित आरटी बटालियन में तैनात था और अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा पर बर्फीले पहाड़ों में ड्यूटी दे रहा था। रोहित दो महीने पहले ही छुट्टी काटने के बाद वापिस गया था। शहीद रोहित कुमार अपने पीछे मां व बहन को छोड़ गया है। परिवार बेटे की शादी के सपने देख रहे थे, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। रोहित सहरा पहनने की उम्र में तिरंगे से लिपट गया।
मां ने मनरेगा में दिहाड़ी कर की थी बेटे की परवरिश
रोहित की मां ने मनरेगा मे काम करके दोनों बच्चों की परवरिश की थी। मां की मेहनत की बदौलत रोहित आज इस मुकाम तक पंहुचा था। मां को आस थी कि बेटा बुढ़ापे में उनका सहारा बनेगा, लेकिन वह इससे पहले ही हमेशा के लिए मां भारती की गोद में सो गया। रोहित की बहन चंडीगढ़ से कोचिंग ले रही है। बुधवार शाम तक रोहित का पार्थिव शरीर गांव में पहुंच सकता है।
वहीं, रोहित की शहादत पर शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार को सरकार से हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। उधर, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शहीद रोहित कुमार के परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है।