हिमाचल में कई शराब कारोबारी और क्रशर मालिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रडार पर हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामले में पुलिस मुख्यालय ने पांच मामले ईडी को सौंपे थे, उनकी जांच शुरू कर दी गई है। इनमें जिला सिरमौर, कांगड़ा और ऊना के शराब कारोबारी और क्रशर मालिक हैं। हालांकि पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2022 में भी 40 कारोबारियों के मामले वित्तीय जांच के लिए ईडी को सौंपे थे, इसकी जांच भी चल रही है। इन कारोबारियों को समय-समय पर प्रवर्तन निदेशालय में पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
विधानसभा में भी इस तरह के मामले उठते रहे हैं। हालांकि पुलिस की ओर से अवैध खनन के मामले में कई जेसीबी, ट्रक, जमीन, नकदी, कार आदि संपत्ति को अटैच किया गया है। इसी कड़ी में ईडी ने नालागढ़ के महादेव में दबिश देकर एक शराब कंपनी की 9.31 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया है। इसमें फैक्ट्री और भवन के साथ औद्योगिक प्लाॅट भी शामिल हैं। इसमें भी ईडी ने जांच में पाया है कि संबंधित कंपनी के मालिक पर बिहार पुलिस ने भी अवैध शराब आपूर्ति को लेकर कई मामले दर्ज किए थे। यह कंपनी अवैध रूप से अन्य राज्यों में भी शराब की सप्लाई करते थे।