बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के सौजन्य से आज धर्मपुर में ‘वो दिन’ योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। खण्ड चिकित्सा अधिकारी धर्मपुर डाॅ. अमित रंजन तलवार ने कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। डाॅ. तलवार ने कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी ‘वो दिन’ योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं एवं किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान हिम्मत व सहारा प्रदान करना है। सोलन के विकास खण्ड धर्मपुर को इस योजना के अन्तर्गत चिन्हित किया गया है। योजना के अन्तर्गत मासिक धर्म स्वच्छता, बच्चे के विकास के 1000 दिन तथा महिलाओं एवं बच्चों में एनीमिया की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म एक ऐसा विषय है जिसके संबंध में आज भी हमारे समाज में खुलकर बात नहीं की जाती है। इससे महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म प्रथाओं को अभी भी कई सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रतिबन्धों का सामना करना पड़ता है जो मासिक धर्म स्वच्छता प्रबन्धन में बहुत बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान महिलाएं एवं किशोरियां अपनी स्वच्छता का ध्यान रखंे। बाल विकास परियोजना अधिकारी वीना कश्यप ने मासिक धर्म पर प्रचलित कुप्रथाओं के बारे में जानकारी देते हुए स्वस्थ व्यवहार की जानकारी प्रदान की। आयुष विभाग से डाॅ. सीमा गुप्ता ने मासिक धर्म के दौरान उचित आहार-व्यवहार की बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान हर रोज स्नान करें। कपड़ा या नैपकिन लगाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोएं। एक नैपकिन का एक बार ही इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि इस्तेमाल किया हुआ कपड़ा साबुन से धोकर खुली जगह में धूप में सुखाएं। कार्यशाला में पोषण अभियान एवं ‘वो दिन’ योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक रेखा शर्मा ने योजना सर्वेक्षण व इसके परिणामों के बारे में जानकारी प्रदान की। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक मीना चैहान ने मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के बारे जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान, वार्ड सदस्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक, पोषण अभियान के खण्ड स्तरीय दल के सदस्य, सशक्त महिला समूह के सदस्य तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थीं।