हिमाचल प्रदेश में भीषण तबाही मचा चुका मानसून फिर सक्रिय होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले 96 घंटे के लिए पहाड़ों पर तेज बारिश की चेतावनी दी है। खासकर कल व परसों के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। प्रदेश में 25 अगस्त तक कुछेक स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। IMD ने चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलालपुर, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिले को चेतावनी जारी की है। भारी बारिश के बाद इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते है।
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए लोगों को उफनते हुए नदी-नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी दी गई है। 26 अगस्त से मानसून कमजोर पड़ेगा। प्रदेश में अब तक की बारिश से 8099 करोड़ की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। इससे अकेले PWD को 2712.19 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुकसान हो चुका है। इसी तरह जल शक्ति विभाग को 1860.52 करोड़, बिजली बोर्ड को 1707.35 करोड़ रुपए, बागवानी विभाग को 173.30 करोड़, शहरी विकास विभाग को 88.82 करोड़ रुपए, कृषि विभाग को 335.73 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 369.53 करोड़, शिक्षा विभाग को 118.90 करोड़, मतस्य पालन विभाग को 13.91 करोड़ और स्वास्थ्य विभाग को 44.01 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
प्रदेश में भारी बारिश से अब तक 2216 घर धवस्त हो चुके हैं, जबकि 9819 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इससे कई परिवार बेघर हुए है, जबकि सैकड़ों परिवार जान जोखिम में डालकर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों में रह रहे हैं। प्रदेश में 346 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें अधिकांश सड़कें एक महीने से भी अधिक समय से अवरुद्ध है। इससे 560 से ज्यादा रूटों पर परिवहन सेवाएं ठप्प पड़ी है। बसों के नहीं चलने से लोगों की आवाजाही पर बुरा असर पड़ा है।