हिमाचल प्रदेश में गुरुवार देर रात शुरू भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई, जिसके चलते राज्य के तीन अलग-अलग हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं में मंडी, कुल्लू, और शिमला के रामपुर जिलों में बादल फटे, जिससे 50 से अधिक लोग प्रभावित हुए। इन घटनाओं में अब तक 49 लोग लापता हैं, जबकि पांच की मृत्यु हो चुकी है और एक व्यक्ति घायल हुआ है।हिमाचल प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव, धुनी चंद राणा ने बताया कि ब्यास नदी के पास एक गांव में पानी के तेज बहाव के कारण नौ लोग फंस गए थे, जिन्हें एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। इस आपदा में 65 घरों को नुकसान पहुंचा और 23 जानवरों की जान भी चली गई।
रामपुर में एनडीआरएफ के 70 जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, जिसमें आईटीबीपी और एसडीआरएफ के जवान भी शामिल हैं। विशेष सचिव धुनी चंद ने यह भी बताया कि मलाणा में 20 से 25 लोगों के फंसे होने की सूचना है, जिनमें कुछ पर्यटक भी शामिल हैं।
हालांकि, यह सभी लोग सुरक्षित हैं और उनके पास खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध है। शनिवार को इन्हें भी सुरक्षित निकालने की योजना बनाई गई है। आपदा प्रबंधन टीम की त्वरित कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश जारी है, और राज्य प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों को तेज कर दिया है।