एक करोड़ 25 लाख रूपये की लागत से बनने वाले वन विश्राम गृह अमरपुर का शिलान्यास करने के बाद वन,युवा सेवांए एवं खेल मन्त्री राकेश पठानिया ने कहा कि इस क्षेत्र में एक विश्राम गृह के लोगों की बहुत बड़ी मांग थी जिसे पूरा कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस विश्राम गृह में दो सैट के निर्माण के लिए टैंडर कर दिये गये हैं तथा इसके निर्माण का कार्य एक वर्ष में पूर्ण कर दिया जायेगा और इसके नवनिर्मित से लोगों को सुविधा प्राप्त होगी तथा पर्यटकों को इसमें ठहरने की सुविधा प्राप्त होने के साथ यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित होगा। श्री पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्वतीय राज्य है तथा यहां के कुल भौगोलिग क्षेत्र का दो तिहाई भाग में वर्गीकृत वन ह,ैं जिसका लगभग 30 प्रतिशत क्षेत्र हमेशा बर्फ से ढका या वृक्ष रेखा से उपर होने के कारण उपरान्त भी हमारे राज्य का 27.73 प्रतिशत भाग हरित आवरण से भरा है। उन्होंने कहा कि वनों के महत्व एवं पर्यावरण संरक्षण में योगदान को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने वर्ष 2030 तक हरित आवरण को बढ़ा कर 30 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। पठानिया ने बताया कि बिलासपुर जिले में भी वन विभाग लगातार लोगों की सहभागिता के साथ वन क्षेत्र तथा वनों के घनत्व को बढ़ाने के लिये लगातार प्रयासरत है। बिलासपुर वन मण्डल में वर्ष 2020-21 में 259.16 हैक्टेयर भूमि पर 1,04,382 पौधे लगाये गये। वर्ष 2021-22 में 458.65 हैक्टेयर भूमि पर 2,81,518 पौधे लगाये गये। इस वर्ष कुल 567 हैक्टेयर भूमि पर 2,23,000 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष जल भण्डारण योजना के तहत 6 जल भण्डारण का निर्माण किया गया तथा इस वर्ष 4 अन्य जल भण्डारण का निर्माण कार्य किये जा रहा है। इसके अलावा इस वर्ष बिलासपुर वन मण्डल में 10 अमृत सरोवर भी बनाये गये हैं। जिससे पानी का संरक्षण, भू-जल के स्तर में सुधार सहित जल की उपलब्धता बढ़ेगी। उन्होने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना एक बूटा बेटी के नाम के तहत गत वर्ष 1500 लाभार्थियों पर 21,77,430 रूपये खर्च किये गए और चालू वित वर्ष में भी 1500 लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है जिसमें 22,42,500 रूपये खर्च किये जाऐंगे। उन्होंने ने बताया कि प्रदेश में वन विभाग में गार्ड,स्टैनोग्राफर तथा क्लकों के 175 रिक्त पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि फौरेस्ट कार्पोरेशन जो पहले कई सालों से घाटे में चल रहा था जोकि अब लाभाशं में आ गया है।
पठानिया ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में जिला युवा सेवा एवं खेल विभाग द्वारा जिला बिलासपुर में चलाई जा रही गतिविधियों में हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर एक ऐसा जिला है जहां पर जल, थल व नभ की सारी गतिविधियां एक साथ करवाई जाती है। उन्न्हांेने कहा कि जिला बिलासपुर में राज्य खेल छात्रावास का निर्माण किया गया है, जहां से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार होकर निकलते है जो हिमाचल प्रदेश का नाम देशभर में रोशन कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिला बिलासपुर में इन्डोर स्टेडियम का निर्माण किया गया है जिसमें बैडमिंटन, कब्बडी, टेबल टेनिस इत्यादि खेलों का आयोजन इन्डोर स्टेडियम में किया जाता है और जिला बिलासपुर में संथेटिक ऐथलेटिक्स ट्रैक का निर्माण 9.30 करोड रुपये की लागत से किया गया हैं। इस अवसर पर खाद्यय नागरिक आपूर्ति एवं उप-भोगक्ता मामले मन्त्री ने बताया कि वन वृत बिलासपुर में जाईका परियोजना के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियाँ जैसे कि पौधारोपण, मृदा एवं जल संरक्षण तथा अजिविका उपार्जन इत्यादि चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत इस वर्ष कुल 360 हैक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में चार वन परिक्षेत्रों (सदर, घुमारवीं, स्वारघाट और झण्डूता ) में एक-एक नर्सरी पौधों को तैयार कर रही है। विद्यार्थी वन मित्र योजना का जिक्र करते हुए कहा कि वन वृत बिलासपुर में विद्यार्थी वन मित्र योजना के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा वन विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से पौधारोपण कार्य किया गया और बिलासपुर वन मण्डल के अंतर्गत 2 स्कूलों के आसपास एक हैक्टेयर क्षेत्र में 400 पौधे उगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि जाईका परियोजना के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र के विभिन्न गांवों को चयनित करके 26 गांव वन विकास समितियां बनाई गई हैं, जिनमें परियोजना द्वारा निर्धारित विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। इस अवसर पर विधायक झण्डुता जीत राम कटवाल,प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय श्रीवास्तव, अरण्यपाल वन वृत बिलासपुर अनिल कुमार, उप-मण्डलाधिकारी राजीव कुमार शर्मा ,डीएसपी घुमारवीं अनिल कुमार,डीएफओ मुख्यालय अश्वनी कुमार शर्मा, डीएफओ बिलासपुर अवनीश भूषण तथा सुशील कुमार,एसीएफ प्रदीप चौहान, जिला खेल अधिकारी रवि शंकर, मण्डल महामन्त्री राजेश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।