पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू प्रचार तंत्र और मित्र मंडली के झूठ के सहारे सरकार चला रहे हैं। वे इतने संवेदनहीन हो चुके हैं कि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों की आहें भी उन्हें सुनाई नहीं देतीं। हिम केयर जैसी योजना, जिसे पूर्व सरकार ने जनकल्याण की भावना से शुरू किया था, वर्तमान सरकार ने पूरी तरह बर्बाद कर दी है।
उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे मरीजों को सरकार की असंवेदनशीलता के कारण इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। कई लोग कर्ज लेकर इलाज करवा रहे हैं, जबकि कुछ उपचार ही नहीं करा पा रहे। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार की नाकामी के चलते मरीज बीमारी के साथ-साथ व्यवस्था से भी लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिनभर झूठ बोलकर अपनी नाकामियों को छिपाने में लगे रहते हैं। “सुख” की सरकार अब “दुःख” देने वाली साबित हो रही है। ऐसे में सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए आमजन की पीड़ा को समझना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि सरकार ने अब तक डेढ़ हजार से अधिक स्कूल बंद कर दिए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भारी असुविधा हुई है। चौपाल विधानसभा क्षेत्र के एक स्कूल में 116 बच्चे ठंड में तिरपाल के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं क्योंकि बारिश में स्कूल की दीवार गिरने के बाद भी सरकार उसे दोबारा नहीं बनवा पाई। इनमें 28 बच्चे प्री-नर्सरी के हैं। बिना शौचालय और मूलभूत सुविधाओं के बच्चे कठिन परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जबकि सरकार विज्ञापनों में सरकारी शिक्षा को विश्वस्तरीय बताने का दावा करती है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रचारतंत्र कुछ समय के लिए सरकार की नाकामी छिपा सकता है, लेकिन जनता अब हकीकत जान चुकी है। प्रदेश का हर वर्ग सरकार से नाराज है, इसलिए मुख्यमंत्री को जमीनी वास्तविकता को स्वीकार कर जनहित में निर्णय लेने चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार ने महिलाओं के साथ किए वादों को पूरा नहीं किया और हर स्तर पर उनके साथ धोखा किया है। सरकार ने हर वर्ग के साथ अन्याय किया है, जिसे जनता अब माफ नहीं करेगी।