सूबे में विगत दो साल के दौरान तक यानी पहली जनवरी 2023 से 30 जून 2024 तक 5293 नए उद्योग आरंभ हुए हैं। सुखद बात यह रही कि इस अवधि में सिर्फ एक उद्योग का पलायन हुआ है। मैर्सज के किरण पी. इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने हरियाणा में पलायन किया है। सूबे के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने यह जानकारी दी है। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक जनक राज और जीत राम कटवाल के संयुक्त सवाल के जवाब में हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के पलायन को रोकने के लिए पड़ोसी राज्य की तुलना पर बिजली टैरिफ एक रुपए कम किया जाएगा। साथ ही उद्योगों को दी जाने वाली सब्सिडी जारी रहेगी, ताकि उद्योग पलायन न करे।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सिंगल विंडो क्लीयरेंस कमेटी के तहत 402 उद्यमियों को काम शुरू करने की परमिशन दी गई है। इससे प्रदेश में 8459 करोड़ रुपए का निवेश होगा और इसमें 29970 लोगों को रोजगार मिलेगा।
वहीं, उद्योग मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि क्या एक्सपेंशन को नए उद्योग में शामिल किया गया है। बिक्रम ठाकुर ने सरकार से जानना चाहा कि नए उद्योगों को उन्होंने किस तरह से परिभाषित किया है। उन्होंने मंत्री पर सदन को गुमराह करने का भी आरोप लगाया और कहा कि हकीकत तो यह है कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश से उद्योग पलायन कर रहे है।
इस पर उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जो 5293 उद्योग लगे हैं। इसमें सभी छोटे, मध्यम और बड़े स्तर के उद्योग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उद्योग का बंद होना सामान्य प्रक्रिया है। उद्यमी सरकार को बताकर अपना उद्योग बंद नहीं करता है। उन्होंने कहा कि उद्योग बंद होने के कई कारण हो सकते हैं। कई घाटे के कारण अपना उद्योग बंद करते हैं तो कई दूसरे अन्य कारणों से बंद कर रहे हैं।