हिमाचल सरकार की नई योजनाओं से शिक्षा क्षेत्र को मिल रही नई दिशा

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हिमाचल प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिए ‘अपना विद्यालय द हिमाचल स्कूल अडोप्शन प्रोग्राम’ शुरू किया है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और सामाजिक विकास को सुनिश्चित करना है। यह पहल प्रदेशवासियों को राजकीय पाठशालाओं को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को बढ़ावा मिल रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और समाज के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना है। इसके तहत छात्रों को सामूहिक भागीदारी के माध्यम से सामाजिक कार्यों में जोड़ा जा रहा है, और उन्हें करियर परामर्श, प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी प्रदान की जा रही है।

अब तक इस योजना के तहत 427 विद्यालयों को समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों द्वारा गोद लिया गया है। जिसमें 109 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाएं, 9 राजकीय उच्च पाठशालाएं, 33 राजकीय माध्यमिक पाठशालाएं और 285 राजकीय प्राथमिक पाठशालाएं शामिल हैं। सोशल मीडिया, नशे की प्रवृति इत्यादि आदतों से आज का युवा समाज से विमुख हो रहा है। युवाओं को समाज के प्रति जिम्मेदारियों का बोध करवाने के लिए यह योजना मील पत्थर साबित हो रही है। योजना के तहत गोद लिए गए विद्यालयों में जाकर बच्चों की करियर काउंसलिंग, नशे की बुराइयों, महिला सशक्तिकरण, कानूनी जानकारी और मौलिक कर्तव्यों की जानकारी दी जाती है।इसके अलावा, स्कूल पैट्रन अभियान के तहत गणमान्य व्यक्ति स्कूलों के स्टाफ और एसएमसी के साथ मिलकर शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए बैठकें आयोजित कर रहे हैं। ‘माई स्कूल माई अभियान’ के माध्यम से विद्यार्थियों को योग, खेल और अन्य गतिविधियों में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सेवानिवृत्त अध्यापक, सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त कर्मचारी और अन्य पेशेवर लोग बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए सहयोग कर रहे हैं। इसके तहत संवाद कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं, जिससे नशा निवारण और कानूनी जानकारी पर जागरूकता फैलाई जा रही है।

‘अपना विद्यालय: द हिमाचल स्कूल अडोप्शन प्रोग्राम’ के अन्तर्गत विभिन्न जिलों में विद्यालयों को गोद लिया गया है। जिला बिलासपुर में 21, चम्बा में 48, हमीरपुर में 32, कांगड़ा में 35, किन्नौर में 2, कुल्लू में 18, मंडी में 66, शिमला में 117, सिरमौर में 1 और सोलन में 96 स्कूल गोद लिए गए हैं।

 

हिमाचल प्रदेश शिक्षा क्षेत्र में रूपांतरकारी सुधारों के युग का साक्षी बन रहा है। इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा तंत्र को स्थापित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत जनसहभागिता सुनिश्चित कर शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक आ रहे हैं।