हिमाचल प्रदेश में पहली सितंबर से 21वीं पशुधन गणना शुरू हो जाएगी। जिसकी तैयारियों को लेकर शिमला में भारत सरकार व हिमाचल प्रदेश सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा नोडल अधिकारी, सुपरवाइजर के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गईं। कार्यशाला में विभाग के कर्मचारियों को गणना के संबंध में जानकारी दी गई। हर पांच साल बाद पशुधन की गणना की जाती है। इस बार पशु गणना में डिजिटल क्रांति का भी अहम रोल रहेगा। कार्यशाला में कृषि मंत्री चंद्र कुमार मुख्य अतिथि के रुप में शरीक हुए।कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि 2019 में हुए पशु गणना के मुताबिक हिमाचल में कुल 44 लाख पशु थे, जिनमें 25 लाख पशु हैं, जबकि 19 लाख भेड़-बकरियां हैं। हिमाचल कृषि प्रधान राज्य होने के बावजूद उपेक्षित है। मंत्री ने कहा कि गणना महज औपचारिकता नहीं बल्कि सही आंकड़ों के साथ होनी चाहिए तभी आगामी नीति निर्धारण संभव है। कार्यक्रम में भारत सरकार के पशुपालन विभाग के निदेशक वीपी सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे।