आज दिनांक 14.07.2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सोलन में जिला सोलन में शुरु हो रहे सेब सीजन 2025 के सफल, सुरक्षित एवं व्यवस्थित संचालन हेतु बैठक आयोजित की गई। बैठक में विशेष रुप से सचिव, ए0पी0एम0सी0 सोलन, सेब आढ़ती, ट्रांसपोर्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सोलन, उप-पुलिस अधीक्षक (एल0 आर), अतिरिक्त थाना प्रभारी, सदर सोलन व प्रभारी यातायात इकाई सोलन ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी सेब सीजन में कानून व्यवस्था एंव यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था तथा मंडी में कार्य कर रहे श्रमिकों, आढ़तीयों ,चालकों एंव किसानों के हितों की सुरक्षा हेतु विस्तृत रणनीति तैयार करना था।
बैठक में मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर सयुंक्त रुप से विचार विमर्श किया गया:-
1. सेब सीजन के दौरान ट्रक चालकों व वाहन मालिकों की पृष्ठभूमि की पूर्ण जांच एवं पहचान सुनिश्चित की जाएगी ।
2. आढ़तियों को पहचान पत्र सचिव, ए0पी0एम0सी0, सोलन द्वारा जारी किए जाएंगे, जिससे अवांछित व्यक्तियों की पहचान करने में आसानी होगी और संदिग्ध व्यकित पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
3. फल मंडी परिसर के प्रवेश/निकास द्वार पर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे जिससे मण्डी में आने जाने वाले प्रत्येक ट्रक व व्यकित पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी जिससे सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी ।
4. सेब सीजन के दौरान ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए मंडी क्षेत्र एवं आस-पास के क्षेत्र में यातायात पुलिस की विशेष तैनाती की जा रही है तथा भारी वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए वैकल्पिक पार्किंग स्थल भी चिन्हित किए जा रहे हैं ।
5. फल मंडी परिसर में प्रतिदिन नियमित रुप से पुलिस गश्त के साथ-साथ आवश्यकतानुसार रिजर्व फोर्स की तैनाती भी सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसी भी आकस्मिक/अप्रिय घटना को एक दम से निष्क्रिय किया जा सके ।
6. पुलिस अधीक्षक सोलन द्वारा फल मण्डी सोलन के समस्त आढ़तियों और ट्रांसपोर्टरों से अनुरोध किया है कि वे पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। सभी के तालमेल से ही सेब सीजन को सुरक्षित, शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संचालित किया जा सकेगा ।इसके लिए विगत वर्ष की भाँति एक व्हॉट्स ऐप ग्रुप भी बनाया गया है ।
पुलिस प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि सोलन सेब मंडी में श्रमिक, ग्रोवर, आढती व व्यापारी वर्ग एक सुरक्षित, व्यवस्थित और अपराध मुक्त वातावरण में कार्य करें, जिससे प्रदेश के फल उद्योग को मजबूती मिले और स्थानीय जनता व व्यापारियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।