सोलन में भारी बारिश का कहर : शामती बाईपास 250 मीटर धंसा, कई घरों पर मंडराया खतरा

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लगातार भारी बरसात से सोलन का शामती बाईपास बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जानकारी के अनुसार, करीब 250 मीटर सड़क धंस जाने से नीचे बसे श्योथल गांव के घर खतरे की जद में आ गए हैं। एहतियातन एक घर को खाली करवाया गया है, जबकि ऊपर बसे ओडना गांव के लिए भी खतरा पैदा हो गया है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि वे कई वर्षों से लोक निर्माण विभाग (PWD) को पानी की उचित निकासी और पुलिया बनाने की मांग कर रहे थे, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। नतीजतन अब सड़क ध्वस्त हो गई और लोगों के घर व खेत खतरे में आ गए। उल्लेखनीय है कि यह बाईपास शहर में ट्रैफिक दबाव कम करने और जाम से राहत दिलाने के उद्देश्य से बनाया गया था, लेकिन अब इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
मौके पर पहुंचे लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन को लोगों के गुस्से और खरी-खोटी का सामना करना पड़ा।

इधर, ओचघाट में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया, हालांकि गनीमत रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। वहीं, धर्मपुर–कसौली रोड वाया पाइनग्रोव, चक्की मोड़–भोजनगर रोड भी यातायात के लिए बंद पड़े हैं। इसके अलावा धरोट क्षेत्र में एक ही स्थान पर डंपिंग से खतरा उत्पन्न हो गया है और ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग उनकी समस्याओं को लगातार अनदेखा कर रहा है।

ग्रामीणों ने हमारे संवाददाता से बातचीत में कहा कि वे पिछले तीन वर्षों से विभाग को लगातार शिकायतें कर रहे थे, लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी गई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते विभाग कार्रवाई करता तो आज यह स्थिति पैदा ही नहीं होती। लोगों ने विभाग पर सीधी लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि उनकी अनदेखी ने गांवों व घरों को खतरे में डाल दिया है।

वहीं, जब मौके पर पहुंचे विभागीय एक्सईएन से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया। इससे सहजता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग आमजन की समस्याओं को सुनने और जवाबदेही निभाने में कितना गंभीर है।