सोलन पुलिस की नशे को जड़ से खत्म करने और बड़े बड़े नशा माफियाओं को गिरफ्तार कर उनके नेटवर्कों को डिस्मैंटल करने के मिशन के अन्तर्गत ज़िला में सक्रिय/ ज़िले से ट्रांजिट करने वाले नशा तस्करों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है जिसके चलते नशा तस्करी के एक मेजर नेटवर्क की गतिविधियों को रडार पर लिया गया था जो पिछले कुछ समय से काफ़ी सक्रिय पाया जा रहा था।इसकी जाँच को आगे बढ़ाते हुए सोलन पोलिस की डिटेक्शन सेल ने ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर इस गिरोह के एक चरस तस्कर आरोपी *हरजीत सिंह पुत्र मुख़्तियार सिंह निवासी गाँव फ़तेहपुर तह रामपुर ज़िला बिजनौर, उत्तर प्रदेश उम्र 38 साल* को दिनांक 9/5/24 को मुक़ाम सुबाथु धर्मपुर रोड पर सिलेरियो गाड़ी में 1 किलो 30 ग्राम चरस के साथ गिरफ़्तार किया और थाना धरमपुर में एनडीपीएस की धारा 20 के अन्तर्गत मुक़दमा दर्ज किया गया।आरोपी हरजीत एक बहुत बड़ा नशा तस्कर है जो इसके ख़िलाफ़ अभी तक की जाँच में *हरियाणा के ज़िला झज्झर के बहादुरगढ़ सदर थाना में धारा 15 एनडीपीसी एक्ट में 100 किलो से ज़्यादा पॉपी हस्क की नशा तस्करी का मुक़दमा दर्ज है।* आरोपी हरजीत को अदालत से 5 दिन की पुलिस हिरासत पर लिया गया है।
इस केस की बैक्ट्रैकिंग में इससे जाँच और पूछताछ करके पता चला कि आरोपी हरजीत एक बहुत बड़ी डील फाइनल करने के लिए इस चरस को सैंपल के तौर पर ले जा रहा था। इस चरस की खेप के सोर्स के बारे में पता लगाया गया जो पता चला कि ये गिरोह कुल्लू ज़िला के आनी क्षेत्र से बड़े स्तर पर चरस तस्करी कर रहा है जो सोलन ज़िला को ट्रांजिट करते हुए हरियाणा,दिल्ली,चंडीगढ़, मुंबई, गोवा आदि जगहों पर भेजी जाती है। जिस पर सोलन पुलिस की डिटेक्शन सेल और धरमपुर थाना की एक 19 सदस्यीय संयुक्त टीम ने IPS प्रोबेशनर श्री अभिषेक कौंडल के नेतृत्व में कुल्लू ज़िला के आनी क्षेत्र में एक रेड ऑपरेशन किया और वहाँ से इस तस्कर की निशानदेही पर पोलिस की इस टुकड़ी ने आनी क्षेत्र से रात के अंधेरे में जंगलों में घंटों ट्रैकिंग करके क़रीब *36 किलो हाई क्वालिटी चरस* बरामद की गई हैं जो *इस ऑपरेशन में कुल 37 किलो चरस ज़ब्त की गई है* जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ रूपए से ज्यादा है। जो हिमाचल प्रदेश के पिछले कुछ सालों की बहुत बड़ी खेप की बरामदगी में से एक है। यह ऑपरेशन करीब 29 घंटे तक चला।इस मुक़दमे में जाँच जारी है।
*सोलन पुलिस ने पिछले दस महीनों में ही नशा तस्करों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही करते हुए क़रीब 96 मामले दर्ज किए जिनमें 200 से ज़्यादा आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया जिनसे 43 किलोग्राम से ज़्यादा चरस, 6 किलोग्राम से ज़्यादा अफ़ीम, 700 ग्राम हेरोइन, 27 किलोग्राम पॉपी हस्क, 19 ग्राम Amphetamines, क़रीब 12000 नशीली दवाइयों के टेबलेट्स/कैप्सूल्स आदि को ज़ब्त किया है।*
*सोलन पुलिस द्वारा 2023 से अब तक बाहरी राज्यों के 100 से ज़्यादा आरोपियों जिनमे चिट्टे/नशे के 86 बड़े सप्लायर हैं, जो दिल्ली, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र आदि राज्यों से है, को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 8 अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन नागरिक भी शामिल है।इन बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाये जा रहे चिट्टा तस्करी के 25 से ज़्यादा बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्को को ध्वस्त कर दिया गया है जिससे हज़ारों युवाओं को चिट्टा की आपूर्ति बंद हुई है।इसके अतिरिक्त सोलन पुलिस का युवाओं को नशे के ख़िलाफ़ सशक्त और सजग करने का “रुस्तम” अभियान लगातार जारी है जिसमें स्थानीय युवाओं द्वारा जागरूकता कार्यक्रम, खेलकूद, स्किट, स्कूल और कॉलेज में, कैंटीन्स और हॉस्टल्स में पुलिस द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आदि शामिल हैं।*सोलन पुलिस की नशे को जड़ से खत्म करने और बड़े बड़े नशा माफियाओं को गिरफ्तार कर उनके नेटवर्कों को डिस्मैंटल करने के मिशन के अन्तर्गत ज़िला में सक्रिय/ ज़िले से ट्रांजिट करने वाले नशा तस्करों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है जिसके चलते नशा तस्करी के एक मेजर नेटवर्क की गतिविधियों को रडार पर लिया गया था जो पिछले कुछ समय से काफ़ी सक्रिय पाया जा रहा था।इसकी जाँच को आगे बढ़ाते हुए सोलन पोलिस की डिटेक्शन सेल ने ख़ुफ़िया सूचना के आधार पर इस गिरोह के एक चरस तस्कर आरोपी *हरजीत सिंह पुत्र मुख़्तियार सिंह निवासी गाँव फ़तेहपुर तह रामपुर ज़िला बिजनौर, उत्तर प्रदेश उम्र 38 साल* को दिनांक 9/5/24 को मुक़ाम सुबाथु धर्मपुर रोड पर सिलेरियो गाड़ी में 1 किलो 30 ग्राम चरस के साथ गिरफ़्तार किया और थाना धरमपुर में एनडीपीएस की धारा 20 के अन्तर्गत मुक़दमा दर्ज किया गया।आरोपी हरजीत एक बहुत बड़ा नशा तस्कर है जो इसके ख़िलाफ़ अभी तक की जाँच में *हरियाणा के ज़िला झज्झर के बहादुरगढ़ सदर थाना में धारा 15 एनडीपीसी एक्ट में 100 किलो से ज़्यादा पॉपी हस्क की नशा तस्करी का मुक़दमा दर्ज है।* आरोपी हरजीत को अदालत से 5 दिन की पुलिस हिरासत पर लिया गया है।
इस केस की बैक्ट्रैकिंग में इससे जाँच और पूछताछ करके पता चला कि आरोपी हरजीत एक बहुत बड़ी डील फाइनल करने के लिए इस चरस को सैंपल के तौर पर ले जा रहा था। इस चरस की खेप के सोर्स के बारे में पता लगाया गया जो पता चला कि ये गिरोह कुल्लू ज़िला के आनी क्षेत्र से बड़े स्तर पर चरस तस्करी कर रहा है जो सोलन ज़िला को ट्रांजिट करते हुए हरियाणा,दिल्ली,चंडीगढ़, मुंबई, गोवा आदि जगहों पर भेजी जाती है। जिस पर सोलन पुलिस की डिटेक्शन सेल और धरमपुर थाना की एक 19 सदस्यीय संयुक्त टीम ने IPS प्रोबेशनर श्री अभिषेक कौंडल के नेतृत्व में कुल्लू ज़िला के आनी क्षेत्र में एक रेड ऑपरेशन किया और वहाँ से इस तस्कर की निशानदेही पर पोलिस की इस टुकड़ी ने आनी क्षेत्र से रात के अंधेरे में जंगलों में घंटों ट्रैकिंग करके क़रीब *36 किलो हाई क्वालिटी चरस* बरामद की गई हैं जो *इस ऑपरेशन में कुल 37 किलो चरस ज़ब्त की गई है* जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 करोड़ रूपए से ज्यादा है। जो हिमाचल प्रदेश के पिछले कुछ सालों की बहुत बड़ी खेप की बरामदगी में से एक है। यह ऑपरेशन करीब 29 घंटे तक चला।इस मुक़दमे में जाँच जारी है।
*सोलन पुलिस ने पिछले दस महीनों में ही नशा तस्करों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही करते हुए क़रीब 96 मामले दर्ज किए जिनमें 200 से ज़्यादा आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया जिनसे 43 किलोग्राम से ज़्यादा चरस, 6 किलोग्राम से ज़्यादा अफ़ीम, 700 ग्राम हेरोइन, 27 किलोग्राम पॉपी हस्क, 19 ग्राम Amphetamines, क़रीब 12000 नशीली दवाइयों के टेबलेट्स/कैप्सूल्स आदि को ज़ब्त किया है।*
*सोलन पुलिस द्वारा 2023 से अब तक बाहरी राज्यों के 100 से ज़्यादा आरोपियों जिनमे चिट्टे/नशे के 86 बड़े सप्लायर हैं, जो दिल्ली, पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र आदि राज्यों से है, को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 8 अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन नागरिक भी शामिल है।इन बाहरी राज्यों के तस्करों द्वारा हिमाचल प्रदेश में चलाये जा रहे चिट्टा तस्करी के 25 से ज़्यादा बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्को को ध्वस्त कर दिया गया है जिससे हज़ारों युवाओं को चिट्टा की आपूर्ति बंद हुई है।इसके अतिरिक्त सोलन पुलिस का युवाओं को नशे के ख़िलाफ़ सशक्त और सजग करने का “रुस्तम” अभियान लगातार जारी है जिसमें स्थानीय युवाओं द्वारा जागरूकता कार्यक्रम, खेलकूद, स्किट, स्कूल और कॉलेज में, कैंटीन्स और हॉस्टल्स में पुलिस द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आदि शामिल हैं।*