सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने जिला सिरमौर को एक बड़ी सौगात दी है। सरकार ने नाहन में हैलीपोर्ट को मंजूरी दे दी है। लिहाजा प्रस्तावित हैलीपोर्ट के निर्माण की कवायद तेज हो गई है। सरकार की हरी झंडी मिलते ही लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में हैलीपोर्ट के लिए प्रस्तावित बाधा सीमा सतह (ओएलएस) सर्वे के टैंडर भी कर दिए हैं। टैंडर के बाद चयनित कंपनी इस हैलीपोर्ट का बाधा युक्त सीमाओं सहित हैलीपोर्ट से जुड़े विभिन्न कार्यों का सर्वेक्षण करेगी। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर हैलीपोर्ट के निर्माण को लेकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फिलहाल इस पर कितना बजट व्यय किया जाएगा, यह सर्वे के उपरांत ही तय होगा।
धारक्यारी मोहल में प्रस्तावित है हैलीपोर्ट
दरअसल यह हैलीपोर्ट जिला मुख्यालय नाहन के समीप धारक्यारी मोहल में प्रस्तावित है। जिला प्रशासन की ओर से हैलीपोर्ट निर्माण के लिए चयनित 11 बीघा 10 बिस्वा भूमि पहले ही पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की जा चुकी है। बता दें कि हैलीपोर्ट के निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी कर प्रशासन पहले ही इसकी प्रपोजल सरकार को स्वीकृति के लिए भेज चुका था। अब ओएलएस सर्वे के बाद इसके निर्माण के लिए बजट का प्रावधान किया जाना है। यदि सब कुछ सही रहा, तो जल्द ही यहां के लोग भी हवाई सेवाओं की सुविधा से लैस होकर आसमान में सफर का लुत्फ उठा सकेंगे।
हैलीपोर्ट में हर समय रहेगी 3 हैलीकॉप्टरों की सुविधा
जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2023 में सरकार को भेजी गई प्रपोजल के मुताबिक हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को प्रस्तावित इस हैलीपोर्ट में कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हैलीपोर्ट में हर समय 3 हैलीकॉप्टरों की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यात्रियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था के साथ वेटिंग रूम का निर्माण भी होगा। सिक्योरिटी के भी प्रबंध होंगे। यही नहीं, यात्रियों के खाने-पीने की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इस हैलीपोर्ट में रैस्टोरैंट का भी निर्माण किया जाएगा। हैलीपोर्ट में यात्रियों को वे तमाम सुविधाएं मिलेंगी, जो एक मिनी हवाई अड्डे के रूप में मिलती हैं।
कहां-कहां के लिए मिलेगी सुविधा, बाद में होगा तय
हैलीपोर्ट के निर्माण से बाहर से आने वाले यात्रियों व स्थानीय लोगों का हवाई यात्रा के माध्यम से आने-जाने का सिलसिला शुरू होगा। शिमला, चंडीगढ़, धर्मशाला इत्यादि क्षेत्रों में हैलीकॉप्टर की सेवाओं से लोगों को बड़ा लाभ मिल सकेगा। हालांकि हैलीकॉप्टर की सुविधाएं कहां-कहां के लिए मिलेंगी, यह सब इसके निर्माण के बाद ही तय किया जाएगा। इतना जरूर है कि अब जिला सिरमौर में भी जल्द हवाई यात्रा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।