हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में यातायात की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शहर में देश का सबसे बड़ा 14 किलोमीटर लंबा रोपवे प्रोजेक्ट बनने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को लेकर शिमला में रोपवे और रैपिड सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि शिमला में बनने वाला यह रोपवे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा और भारत का सबसे बड़ा रोपवे होगा। 1734 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रोपवे में करीब 220 ट्रॉली लगाई जाएगी और 14 स्टॉपेज बनाए जाएंगे। तारा देवी से ओल्ड बस स्टैंड, संजौली और शिमला के अन्य क्षेत्रों को रोपवे से जोड़ा जाएगा। इससे शिमला में लगातार बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी। रोपवे निर्माण से न केवल ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा, बल्कि पर्यटन और ट्रांसपोर्टेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। रोपवे प्रोजेक्ट से संबंधित सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं और वर्ष के अंत या नए साल तक इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पांच सालों में प्रोजेक्ट को पूरा करने की कोशिश की जाएगी।संगोष्ठी में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर ठाकुर, विधायक हरीश जनारथा, महापौर सुरेन्द्र चौहान सहित प्रोजेक्ट्स के संबंधित अधिकारी और अन्य लोग मौजूद रहे।