विश्व स्तनपान सप्ताह का उद्देश्य स्तनपान के लाभों और उसके महत्व के बारे में समाज में जागरूकता बढ़ाना

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बिलासपुर 4 अगस्त – मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दरोच ने बताया कि एमसीओ सैंटर बिलासपुर में विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षक दीप कुमार और स्वास्थ्य शिक्षक कमल कुमार ने कोविड-19 पालन करते हुए विश्व स्तनपान दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।
स्वास्थ्य शिक्षक ने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह का मुख्य उद्देश्य स्तनपान के लाभों और उसके महत्व के बारे में समाज में जागरूकता बढ़ाना है। विश्व स्तनपान सप्ताह 2021 का थीम ‘स्तनपान की रक्षा करना और एक सांझा जिम्मेदारी है’। स्वास्थ्य शिक्षक ने बताया विश्व स्तनपान सप्ताह 2021 का मुख्य उद्देश्य माताओं को जन्म के एक घंटे के अन्दर-अन्दर स्तन पान की शुरूआत करें हरेक बच्चे का पहले गाढ़े पीले रोग रोधक दूध पिलाने के बारे जागरूक करना है।
उन्होंने बताया कि बच्चे को छः महीने तक केवल मात्र स्तनपान ही करवाएं। सातवें महीने से स्तनपान के साथ अर्ध ठोस आहार जरूर शुरू करें पूरक पोषाहार के साथ दो साल तक स्तनपान जरूरी है। स्तनपान से बच्चे की शारीरिक वृद्धि, मानसिक विकास व रोगों से सुरक्षा होती है। स्तनपान करवाने वाली मां को तीन बार भोजन के साथ-साथ दो बार अतिरिक्त भोजन या नाश्ता आदि लेना चाहिएं। स्तनपान करवाने से मां के स्तनों व गर्भाशय के कैंसर से सुरक्षा व अगली संतान ठहरने से रक्षा होती है। मां का दूध बच्चे के लिए सही तापमान पर मिलता है उसे गर्म करने की जरुरत नहीं होती। प्रसव के एक घंटे के अन्दर-अन्दन स्तनपान करवाने से मां की औल निकलने में मदद मिलती है व अनावश्यक रक्त स्त्राव को भी रोकता है। स्तनपान एक गर्भनिरोध का कार्य भी करता है। स्तनपान से बच्चों को खसरा, निमोनिया व दस्त आदि रोग नहीं होते क्योंकि स्तनपान से बच्चों में ऐसी बीमारियों से लडने की ताकत (इम्यूनिटी) मजबूत होती है।