स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन के सौजन्य से प्रथम अगस्त से 07 अगस्त तक मनाए जा रहे विश्व स्तनपान दिवस के अवसर पर आज सोलन के रबौन में स्वयं सहायता समूह के साथ जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह जानकारी बी.सी.सी समन्यवक राधा चौहान ने दी। राधा चौहान ने कहा कि जन्म के एक घंटे के भीतर माँ के पीले गाढ़े दूध में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। यह दूध बच्चों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करता है और ऐसा करने से मां और शिशु में आत्मीय लगाव भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि स्तनपान शिशु के लिए अमृत के समान होता है। यह नवजात शिशु द्वारा आसानी से पचाया जा सकता है। इससे शिशु को अनेक बीमारियां जैसे पोलियो, डायरिया, निमोनिया इत्यादि से सुरक्षा मिलती है। राधा चौहान ने कहा कि स्तनपान से जहां शिशु को लाभ मिलता है वहीं माँ में स्तन कैंसर, बच्चे दानी के कैंसर, अण्डाशय के कैंसर होने के आसार न्यून हो जाते हैं। स्तनपान माँ को गर्भावस्था के दौरान बढ़े हुए वज़न को कम करने और डिप्रेशन से भी राहत दिलाता है।
इस अवसर पर आहार विशेषज्ञ डाॅ. प्रेरणा हैटा ने उपस्थित महिलाओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रोलेकटिन हाॅर्माेन माँ के दूध की आपूर्ति बढ़ाता है, इसलिए माँ को रात को शिशु को दूध पिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कामकाजी महिलाओं को अपना दूध काम पर जाने से पहले निकाल कर किसी कप या कटोरी या चम्मच से शिशु को पिलाएं। फीड निकालने के बाद दूध को उबाले नहीं अपतिु दूध को रूम टेम्परेचर पर ही रखें। जब भी सम्भव हो काम से घर आकर बच्चे को अपनी छाती से लगाएं। कार्यक्रम में स्थानीय महिलाएं भी उपस्थित थीं।