राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डाॅ. डेज़ी ठाकुर ने कहा कि जागरूक महिला ही सशक्त महिला है। महिलाएं जब अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगी तभी समाज भी जागरूक होगा। डाॅ. डेज़ी ठाकुर आज सोलन जिला के अर्की उपमण्डल की ग्राम पंचायत बलेरा में आयोजित महिला जागरूकता शिविर को सम्बोधित कर रहीं थी। डाॅ. डेज़ी ठाकुर ने कहा कि महिलाओं की पूर्ण सहभागिता ही स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकती है। उन्होंने कहा कि सनातन परम्परा में महिलाओं को सदैव यथोचित सम्मान दिया गया है और अपने सामाजिक ताने-बाने में हमें इस मूल्य को सहेज कर रखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए राज्य महिला आयोग निरन्तर प्रयासरत है। महिलाओं की शिकायतों के निपटारे के लिए राज्य महिला आयोग द्वारा सुनवाई की जाती है। सुनवाई के माध्यम से बिना किसी खर्च के विवादों का निपटारा किया जाता है। उन्होंने आग्रह किया कि पारिवारिक स्तर पर सुलझाए जा सकने वाले मामलों को बातचीत कर सुलझाने से अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में महिलाओं के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं कार्यन्वित कर रही हैं। सामाजिक सुरक्षा पैंशन के तहत पैंशन प्राप्त करने क लिए महिलाओं की पात्रता आयु सीमा घटाकर 65 वर्ष की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के माध्यम से राज्य की महिलाओं को संबल मिला है। डाॅ. डेज़ी ठाकुर ने सभी से आग्रह किया कि स्वस्थ एवं जागरूक समाज के निर्माण के लिए बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा प्रदान करें। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि महिलाएं अपनी शिकायत के सम्बन्ध में राज्य महिला आयोग में सम्पर्क कर सकती हैं। इस अवसर पर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, महिला शक्ति केन्द्र, वन स्टाॅप सेंटर, पोषण अभियान, बेटी है अनमोल योजना सहित बाल विवाह निषेध अधिनियम, चाईल्ड लाइन और प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए जारी किए गए टोल फ्री नम्बरों की जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियन्त्रक नरेन्द्र धीमान, उपमण्डलीय आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. निशा वर्मा, तहसील कल्याण अधिकारी गौतम शर्मा एवं सहायक कृषि विकास अधिकारी श्याम लाल ने विभागीय योजनाआंे की जानकारी प्रदान की। सीडीपीओ अर्की विनोद गौतम ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। परियोजना द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई। ग्राम पंचायत बलेरा के प्रधान आशीष कौशल, अन्य पंचायत प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा आसपास के क्षेत्रों की महिलाएं इस अवसर पर उपस्थित थीं।