हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिल्क फेडरेशन ने घी-मक्खन और पनीर के दामों में बढ़ोतरी कर दी है। अब उपभोक्ताओं को घी-मक्खन और पनीर को खरीदने के लिए अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है।
राहत की बात यह है कि दूध के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। मिल्क फेडरेशन का हिम घी पहले 650 रूपए प्रति लीटर मिलता था लेकिन अब इसमें सीधे 50 रूपए की बढ़ोतरी करते हुए इसका दाम 700 रूपए कर दिया गया है। मक्खन के दाम पहले 550 रूपए प्रति किलो थे, इसमें भी 30 रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। मक्खन अब 580 रूपए प्रति किलो की दर से मिल रहा है। पनीर में भी 20 रूपए की बढ़ोतरी की गई है। पनीर अब 340 की जगह 360 रूपए प्रति किलो की दर से खरीदना पड़ रहा है। मिल्क फेडरेशन के मार्केटिंग मैनेजर संदीप ठाकुर ने बताया कि बीती 20 जून से नई दरें लागू कर दी गई हैं।
बता दें कि प्रदेशभर में मिल्क फेडरेशन से 150 से अधिक बिक्री केंद्र हैं। जहां पर यह उत्पाद बिकते हैं और बड़ी संख्या में लोग इन्हें खरीदते हैं। ऐसे में लोगों ने रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले इन खाद्य पदार्थों के दामों में बढ़ोतरी का विरोध किया है। उपभोक्ता प्रवीण कुमार और मनोज कुमार ने कहा कि दामों में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी करके सरकार ने आम आदमी को इन उत्पादों से दूर करने की कोशिश की है। सरकार को चाहिए कि उत्पादों के दामों में कटौती करके फिर से पुराने रेट लागू किए जाएं।
बता दें कि मिल्क फेडरेशन की तरफ से पैकेट वाले दूध, दही, हिम खोया, बटर मिल्क और फ्लेवर्ड मिल्क वाले उत्पादों के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। हिम खोया 340 रुपये प्रति किलो, बटर मिल्क 20 रुपये, हिम दही 70 रुपये, दही खुली 65 रुपये, दूध 60 रुपये और फ्लेवर वाला दूध 30 रुपये में ही मिल रहा है।