आज मंडी के भीमाकाली परिसर में सर्व देवता सेवा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सर्व सेवा समिति के अध्यक्ष शिव पाल ने की। इस बैठक में देवी- देवताओ के समस्त कारदारों ने भाग लिया और अपने-अपने मत देवता के स्थान को चिन्हित करने के लिए दिए। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर कई देवता बैठते थे उस स्थान पर कॉलेज भवन का निर्माण होने से 31 ऐसे देवी-देवता है, जिन्हें मेले में बैठने के लिए अन्य स्थान चिन्हित करने के लिए देवता समिति की कार्यकारणी व देवताओ के कारदारों ने अपने-अपने देवताओ को बैठने के स्थानों को चिन्हित किया। समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने यह जानकारी दी कि इस बैठक का आयोजन आज किया गया।
क्योंकि शिवरात्रि नजदीक है और मंडी के इतिहास में शिवरात्रि का अलग महत्व है और देवी- देवता इस मेले में भाग लेते हैं और समस्त मंडी वासी व प्रदेशवासियों को आशीर्वाद देते हैं। इस बार प्रशासन की ओर से हर बार की तरह 216 देवी- देवताओ को आमंत्रित किया है और आज की इस बैठक में स्थान चिन्हित किए जाएंगे समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने कहा कि इस बार 70 साल के बाद देव चँदोही गणपति ने भी शिवरात्रि में आने के लिए हामी भरी है तथा वह शिवरात्रि में शिरकत करेंगे।
पूर्व में कुछ कारणों के चलते देव चँदोही ने मेले में आना बंद कर दिया था।आपको बता दे कि देव चंदोही गणपति और देव बरनाग मुख्य देवता है जो जलेब में राजा माधवराय जी की पालकी के साथ चलते है , साथ ही अध्यक्ष ने प्रशासन से कुछ मांगे भी की है ।