मेलों और उत्सवों से होता है विरासत, परम्परा, सभ्यता, संस्कृति का संरक्षण – राजिन्द्र गर्ग बिलासपुर 17 मार्च – राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले का शुभारंभ करते हुए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने जिला वासियों को नलवाड़ी मेला की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नलवाड़ी मेला वर्षो पुराना उत्सव है जिसके प्रति पूरे जिला भर की जनता में उत्साह और उमंग रहती है। उन्होंने कहा कि मेलों और उत्सवों के माध्यम से अपनी विरासत, परम्परा, सभ्यता, संस्कृति का संरक्षण होता है। उन्होंने कहा कि कहलूरी संस्कृति को बढ़ाने के लिए इस मिट्टी ने बहुत से लोक कलाकारों को जन्म दिया है। बिलासपुर की छिंज (कुश्ती) बहुत ही लोकप्रिय है तथा उत्तर भारत में विख्यात है। स्थानीय लोगों में कुश्ती के प्रति विशेष उल्लास बना रहता है और हिमाचल के साथ-साथ अन्य जिलों से भी पहलवान इन कुश्तियों में जोर आजमाइश करते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मेलो और उत्सवों को संरक्षित करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने सांस्कृतिक नीति की घोषणा करते हुए नीति में घोषित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 2 करोड़ रुपये की राशि से सांस्कृतिक कोष की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि मेले और उत्सवों के लिए प्रोत्साहन राशि को 1.5 गुना कर दिया गया है और स्वर कोकिला स्वर्गीय लगा मंगेशकर के नाम पर लता मंगेशकर संगीत महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि भाखड़ा बांध के निर्माण के समय जो मंदिर गोविंद सागर के पानी में समा गए थे उन्हें पुनः स्थापित करने के लिए 1400 करोड़ की योजना प्रस्तावित है। उन्होंने बिलासपुर में एम्स की चर्चा करते हुए कहा कि एम्स मिलने से जिला ने स्वास्थ्य सेवाओं में एक ऊंची छलांग लगाई है। एम्स में ओपीडी की शुरुआत कर दी गई है तथा जून-जुलाई माह तक इसका लोकार्पण भी कर दिया जाएगा। उन्होंने एम्स खोलने के लिए राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जे.पी नड्डा और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार विकस के नए आयाम स्थापित करती जा रही है। जिला की लगभग सभी सड़कों को उन्नयन के साथ स्तरोन्नत किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 39 हजार किलोमीटर लम्बी सड़के है जिसमें से 32 हजार किलोमीटर लम्बी पक्की सड़कें है। जिला में कम बोल्टेज की समस्या को दूर करने व इसके सुधारीकरण के लिए 40 करोड़ रुपये खर्च कर 350 किलोमीटर लम्बी लाईनें और 4800 नए पोल स्थापित कर दिए गए है। उन्होंने कहा कि जिला में जल जीवन मिशन के तहत 97 प्रतिशत घरो में हर घर में नल से शुद्ध जल प्रदान कर दिया गया है। शेष 3 प्रतिशत कुनेक्शन को शीघ्र ही पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोविंद सागर में जल क्रिडाओं को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन के माध्यम से 2200 करोड़ रुपये की योजना एडीबी के माध्यम से शुरू की जा रहा है। इससे पूर्व उन्होंने लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना के पश्चात लुहणू मैदान तक भव्य शोभयात्रा का नेतृत्व किया जहां उन्होंने बैलों का पूजन व खून्टी गाड़ कर नलवाड़ी मेले का विधिवत शुभारम्भ किया। उन्होंने नलवाड़ी मेले के ध्वज को फहराने के अतिरिक्त प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला कहलूर रिहासत की धरोहर है। इसकी एतिहासिक व सांस्कृतिक पृष्ठभूमि समृद्ध है। इसे राजाओं के समय से निरंतर सहेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुराने बिलासपुर के उजडने के बावजूद भी इसका रंग फीका नहीं हुआ है। मेले हमंे अपनी कर्म भूमि, जन्म भूमि और मिट्टी से जोड़ते है। उन्होंने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र में चहंुमुखी विकास किया जा रहा है। 65 करोड़ रुपये की लागत से एम्स और हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज के लिए कोल डैम उठाऊ पेयजल योजना निर्मित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान खेल और सांस्कृतिक प्रेमियों के लिए सांस्कृतिक संध्याओं के साथ खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जा रहा है। उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि 17 से 23 मार्च तक चलने वाले सात दिवसीय सुप्रसिद्ध राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में पहली बार कहलूर काॅर्नर के माध्यम से बिलासपुर जिला के वीर सपूतों, स्वतंत्रता सेनानियों के पराक्रम की कहानियों, बिलासपुर की विकास गाथा, दुर्लभ फोटोग्राफ, लोक वाद्ययंत्र, पारंपरिक परिधान व आभूषणों व अन्य प्राचीन वस्तुओं का संग्रहण कर उन्हें प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कहलूर काॅर्नर में मिट्टी के पुराने बर्तन, सिक्कें व मूर्तियों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था व यातायात को बनाए रखने की भी पूर्ण कोशिश की गई है। इसके बावजूद अगर कोई कमी रहती है तो हमें व मेला प्रबंधन कमेटी भविष्य में उसे दूर करने के पूरे प्रयास करेंगे जिसके लिए सुझावों का स्वागत रहेगा। मेले के शुभारंभ अवसर पर स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर सदर विधायक की पत्नी कमलेश ठाकुर, मुख्यमंत्री के सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, जिला भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, जिला परिषद की अध्यक्षा मुस्कान, नगर परिषद के अध्यक्ष कमलेन्द्र कश्यप, उपाध्यक्ष कमल गौतम, बीडीसी अध्यक्ष सीता धीमान, सभी पार्षदगण, पुलिस अधीक्षक एस.आर.राणा, अस्पताल कल्याण शाखा की अध्यक्षा अनुपम राय, अतिरिक्त उपायुक्त तोरूल रवीश, एसडीएम सुभाष गौतम सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।