नगर निगम सोलन के वार्ड नंबर 17 में बसाल पंचायत का कुछ एरिया मर्ज किया गया है जिसको लेकर ग्रामीणों ने इसका विरोध जाहिर किया है। बुधवार को बसाल तथा आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण नगर निगम कार्यालय सोलन पहुंचे जहां उन्होंने नगर निगम सोलन में उन्हें शामिल किए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई।
ग्रामीणों का कहना है कि वह खेती करते हैं और उन्हें नगर निगम में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि गलत सर्वे के आधार पर ग्रामीणों को नगर निगम में शामिल किया गया है। ऐसे में उन्हें फालतू के टैक्स के बोझ से जूझना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें नगर निगम से बाहर किया जाए और उन्हें पंचायत में ही रहने दिया जाए।
इस बात को लेकर नगर निगम सोलन की कमिश्नर एकता काप्टा ने कहा है कि ग्रामीणों की डिमांड को ध्यान में रखा जाएगा और इसको लेकर उचित कदम उठाए जाएंगे। उनका कहना है कि ग्रामीण कह रहे है कि एक भाई पंचायत में तो एक भाई नगर निगम में आ गया है जो कि गलत हैं। वहीं दूसरी तरफ लोगों के घर निगम में है वहीं जमीन पंचायत में रह चुकी है ऐसे में उन्हे कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
कमिश्नर एकता काप्टा ने कहा कि ग्रामीणों की बात पर ध्यान दिया जाएगा और लोकल प्रशासन से भी बात करके इसे सरकार को भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर भी जनरल हाउस में चर्चा की जाएगी कि लोगों को टैक्स में रियायत दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रॉपर तरीके से सर्वे किया जाएगा ताकि ग्रामीणों को सहूलियत मिल सके।