सिरमौर में रेणुका झील, कांगड़ा के पौंग डैम और बिलासपुर की गोबिंद सागर झील में प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है। इस मौसम में परिंदों में बर्ड फ्लू फैलने की भी आंशका रहती है। इसके लिए पशुपालन विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। खंड व जिला स्तर पर रैपिड एक्शन टीमों का गठन कर पोल्ट्री फार्मों से सैंपल लिए जा रहे है। अभी तक जिला सोलन से 60 सैंपल लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए हाई सिक्योरिटी लैब भोपाल भेजा गया है। इसकी जल्द रिपोर्ट विभाग को मिल जाएगी।
सुरक्षा के लिहाज से विभाग अलर्ट
हालांकि, अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन विभाग सुरक्षा के लिहाज से पहले से ही अलर्ट हो गया है। पशुपालन विभाग ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी पक्षी की प्राकृतिक रूप से मौत हुई है, तो इसकी सूचना विभाग को दें।
वायरस इंसानों के लिए भी घातक
जानकारी के अनुसार प्रदेश में सर्दी के मौसम में विदेशी परिंदे जिला सिरमौर की रेणुका झील, कांगड़ा की पौंग झील समेत अन्य कई क्षेत्रों में पहुंचने लगे हैं। कुछ वर्ष पूर्व भी पौंग झील में संदिग्ध हालात में विदेशी परिंदों मृत पाए गए थे। इनमें नए वायरस फ्लू एबियन इंफ्लूएंजा वायरस (एच5एन1) के लक्षण पाए गए थे, जो पहले के बर्ड फ्लू में पाए जाने वाले एच1एन1 की अपेक्षा काफी घातक थे। इसका असर जहां पक्षियों पर होता है, वहीं दूसरे जानवरों के साथ-साथ यह वायरस इंसानों के लिए भी घातक है। हालांकि जिला सोलन में अभी तक ऐसा कोई मामला सामना नहीं आया है, लेकिन पशुपालन विभाग ने सुरक्षा के तहत इंतजाम पुख्ता कर लिए हैं।जिले में अलर्ट कर दिया गया है। सैंपलों को जांच के लिए भोपाल लैब भेजा गया है। इसके अलावा जिले के बड़े पोल्ट्री फार्मों से भी सैंपल लिए जाएंगे।