बद्दी-नालागढ़ फोरलेन की जद में आने वाले भवनों को गिराने के लिए दिए गए अल्टीमेटम की मियाद खत्म होते ही उपमंड़ल प्रशासन व एनएचएआई ने तेवर तल्ख कर लिए है, इसी कड़ी में गुरुवार को प्रशासन व एनएचएआई ने मुआवजा लेने के बावजूद डटे भवन मालिकों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए जेसीबी से उनके भवनों को गिरा दिया। प्रशासन की मौजूदगी में शुरू की गई इस कार्रवाई के दौरान पहले दिन 12 भवनों को पीले पंजे ने जमींदोज कर दिया। बीते सप्ताह ही एसडीएम नालागढ़ ने एनएचएआई व राजस्व विभाग के अधिकारियों संग बैठक कर इस परियोजना की प्रगति की समीक्षा की थी और उन तमाम भू -मालिकों को कड़ी हिदायतें देते हुए जल्द से जल्द स्वयं स्ट्रकचर , भवन गिराने के निर्देश दिए थे जिन्हें मुआवजा मिल चुका था।
लेकिन आलम यह रहा कि प्रशासन द्वारा कड़ी हिदायतों को भी भू-मालिकों ने परवाह नही की और अब प्रशासन व एनएचएआई ने खुद भवनों को जेसीबी से गिराना शुरू कर दिया। इस दौरान भवन मालिकों ने हंगामा भी किया लेकिन प्रशासन भवनों को गिराने से पीछा नहीं हटा। बतातें चलें कि औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के इस महत्त्वपूर्ण फोरलेन प्रोजेक्ट के दायरे में आ रही भूमि में से अब तक 93 प्रतिशत भू-मालिकों को मुआवजे की अदायगी हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद बद्दी से नालागढ़ तक के दायरे में ऐसे 80 के करीब बड़े भवन या ढंाचे है जिन्हें गिराया नहीं गया है। हालात यह थे कि बेपरवाह भवन मालिकों की सुस्ती की वजह से पटेल इंफ्रा कंपनी फोरलेन का कार्य शुरू नहीं कर पा रही है। बहरहाल अब प्रशासन व एनएचचएआई ने कड़ा रुख अपनाते हुए भवनों को जबरन गिराना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पहले दिन तहसीलदार बददी व तहसीलदार नालागढ़ की मौजूदगी में फोरलेन की जद में आ रहे 12 भवनों को एनएचएआई की दो टीमों ने जेसीबी से गिरा दिया।
यहां उल्लेखनीय है कि फोरलेन की जद में आने वाले भवनों को गिराने का कार्य विगत तीन माह से चल रहा है , लेकिन कई भवन मालिक मुआवजा लेने के बाबजूद इस मसले पर रत्ती भर भी संजीदा नही है। हालांकि फोरलेन की जद में आ रहे पेड़ो का कटान तेजी से चल रहा है लेकिन भवनों को गिराने का काम रफतार नही पकड़ पाया जिसके नतीजा यह रहा कि बहुप्रतिक्षित फोरलेन परियोजना का कार्य ही शुरू नही हो पाया। ऐसे में अब प्रशासन व एनएचएआई ने भवनों को गिराने की कमान संभाल ली है, विगत तीन महीनों में 200 के करीब भवनों को गिराया गया है जबकि 1500 के करीब पेड़ों का कटान पुरा हो चुका है। गुरुवार को चिन्हित 80 भवनों में से 12 भवनों को गिरा दिया गया। इस दौरान तहसीलदार नालागढ़ रिश्व शर्मा, तहसीलदार बददी परमानंद रघुवंशी , एनएचएआई के साइट इंजीनियर दिनेश पुनिया सहित राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।