हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला शहरवासियों को पार्किंग की सुविधा देने के लिए नगर निगम शिमला कितना गंभीर है, इसका नजारा एसडीए कांप्लेक्स कसुम्पटी में देखने को मिल रहा है। लोक निर्माण विभाग अब बुधवार को उसी पार्किंग का शिलान्यास मुख्यमंत्री जयराम से करवाने जा रहा है, जिसका पांच साल पहले नगर निगम ने तत्कालीन महापौर संजय चौहान ने शिलान्यास किया था। पांच साल में न पार्किंग बनी न जनता को कोई सुविधा। अब पांच साल बाद इसी जगह पर मुख्यमंत्री के लिए शिलान्यास पट्टिका सजाई जा रही है। एसडीए परिसर में कई सरकारी महकमे, बैंक हैं जिसके चलते यहां पार्किंग की सख्त जरूरत है। छोटा शिमला के पूर्व पार्षद सुरेंद्र चौहान ने यहां पार्किंग बनाने का प्रस्ताव तैयार किया था। बाकायदा 26 अप्रैल 2017 को पूर्व महापौर संजय चौहान और उपमहपौर टिकेंद्र पंवर के हाथों इस पार्किंग का शिलान्यास भी करवाया गया लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। यह पार्किंग अमृत मिशन के तहत बननी थी।
झाड़ियां हटाई तो सामने आई पुरानी पट्टिका
लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) अब इसी जगह पर स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पार्किंग बनाने जा रहा है। इसका टेंडर कॉल कर लिया है। बुधवार को सीएम जयराम ठाकुर इसका शिलान्यास करेंगे। पांच साल पहले करवाए शिलान्यास की पट्टिका झाड़ियों में दब गई थी। कुछ दिन पहले ही जब लोनिवि ने जगह की सफाई करवाई तो यह पट्टिका सामने आ गई।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस ने भाजपा शासित नगर निगम पर सवाल उठा दिए हैं। शिलान्यास के बावजूद पार्किंग न बनाने पर पूर्व कांग्रेस पार्षद सुरेंद्र चौहान ने क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था। बाद में शहरी विकास मंत्री को अपना लिखित मांगपत्र सौंपा था। पूर्व पार्षद का कहना है कि सरकार को पार्किंग का काम शुरू करना चाहिए था। लेकिन अब श्रेय लेने के लिए दोबारा मुख्यमंत्री से शिलान्यास करवाया जा रहा है।