शिमला: भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विवेक शर्मा ने नरेश चौहान मीडिया सलाहकार हिमाचल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा मीडिया का प्रश्न पूछना सरकार को इतना परेशान क्यों कर रहा, इस परेशानी का सबब जाना जरूरी है। प्रश्न के बीच छुपी प्रदेश की जन भावनाओं ने सरकार को आखिर इतना विचलित क्यों कर दिया है यह प्रदेश वासी जानना चाहते है।
क्या सोशल मीडिया पर प्रदेश की वर्तमान मित्रों की सरकार की विदाई की धुन ने प्रदेश की वर्तमान सरकार के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान को परेशान तो नहीं कर दिया है?
अभी तक वर्तमान सरकार के ऊपर भूमि माफिया, तबादला माफिया, ड्रग माफिया, शराब माफिया, खनन माफिया, के इल्जाम लग रहे थे अब दबंग माफिया भी दिखने लगा है।
कभी मीडिया के ऊपर सेंसरशिप की टिप्पणियां होती हैं। कभी उन्हें नोटिस देकर धमकाया जा रहा है,तो कहीं मुख्यमंत्री की छवि सुधारने के लिए डायरेक्टर पब्लिक इनफॉरमेशन ऑफिस की तरफ से फोटो छापने तक के अधिकार से मीडिया को वंचित किया जा रहा है।
सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिकारियों की
न्यायालय में आवाज नहीं निकलती हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता और मीडिया एडवाइजर चैनल व प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को धमकाते हैं। यह भी एक नई व्यवस्था परिवर्तन है।
न्यायालय के फैसले में 25 नवंबर को इन सभी हिमाचल पर्यटक निगम के 18 होटल को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। फैसला लिखने से पूर्व न्यायाधीश महोदय ने सरकार से इन व्यावसायिक संस्थान, होटलों को प्रॉफिटेबिलिटी में कन्वर्ट करने की योजना मांगी थी जो सरकार प्रस्तुत नहीं कर पाई या नहीं करना चाहती थी
क्योंकि यहां दाल में काला नहीं है दाल ही काली है।
जिस पर मोहर लगाई है कैबिनेट रैंक से सम्मानित मीडिया एडवाइजर ने। मीडिया द्वारा पूछे जा रहे प्रश्नों
के मध्य कोई ऐसा विवादित विषय नहीं था जिससे सरकार बौखला जाए।
लेकिन जब इमारत की बुनियाद में विवाद हो और मौसम खराब हो, तो घबराहट जरूरी है।।
प्रदेश प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी विवेक शर्मा हिमाचल प्रदेश।