हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में शुक्रवार देर रात से भारी बारिश हो रही है। कोटखाई में की बाग डुमैहर पंचायत में एक मकान पर लैंडस्लाइड से नेपाली मूल के दो व्यक्तियों को मौत हो गई। रोहड़ू में बादल रात एक बजे फटने से लैला खड्ड ने खूब कहर बरपाया और ढाबे सहित एक मकान बाढ़ में बह गया। फ्लैश फ्लड के बाद एक ही परिवार के तीन लोग इसमें लापता है। अभी इनका कोई सुराग नहीं लग पाया। बादल फटने की घटना के बाद पूरे गांव में रातभर अफरा-तफरी का माहौल रहा। बताया जा रहा है कि जगोटी निवासी रोशन लाल उनकी पत्नी भागा देबी लैला में ढाबा चलाते थे। बीती रात उनका पोता कार्तिक भी उनके साथ में था।
रात में लैला खड्ड में आए फ्लैश फ्लड में ढाबा और उसके साथ उनका कमरा भी बह गया। पुलिस व स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा हुआ है। इसी तरह जुब्बल, कोटखाई, ठियोग, कुमारसैन, कोटगढ़, चंबा के कई क्षेत्रों में भी बीती रात भारी बारिश से खूब नुकसान हुआ है। उधर, कोटखाई अस्पताल की निचली मंजिल में पूरी तरह जलमग्न हो गई। भारी बारिश के बाद अस्पताल में कीचड़ भर गया। इससे डॉक्टर दूसरा स्टाफ अस्पताल में नहीं जा पा रहा। इस वजह से मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं चंडीगढ़-मनाली NH मंडी के छह मील में फिर से बंद हो गया है। उधर, किन्नौर में वांगतू के पास लैंडस्लाइड के कारण NH-5 बंद हो गया। इससे किन्नौर का राजधानी शिमला से संपर्क कट गया है। मौसम विभाग केंद्र शिमला ने आज 8 जिलों में बहुत ज्यादा बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बादल फटने व बाढ़ आने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए जनता से सावधानी बरतने, उफनते नदी-नालों और लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने तथा अनावश्यक यात्राएं टालने की एडवाइजरी दी गई है। चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। ऊना, हमीरपुर, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले में भी तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, 27 जुलाई तक मानसून ज्यादा एक्टिव रहेगा। कल से 25 जुलाई तक के लिए यलो अलर्ट दिया गया है।
वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान भी कई क्षेत्रों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। खासकर कुल्लू जिले में 4 जगह बादल फटने से खूब तबाही मची है। कुल्लू के सैंज, पाशी गांव, जगतसुख और हरिपुर के करजां में भी बादल फटने के बाद लोग दहशत में आ गए। पाशी गांव में ग्रामीणों को घर छोड़कर भागना पड़ा। जगतसुख में 6 गाड़ियां डैमेज हुईं। वहीं मनाली घूमने आए भारतीय नौसेना के 3 अफसर फ्लैश फ्लड में बह गए। मणिकर्ण में भारी बारिश के बाद दुकानों में मलबा घुस गया।
प्रदेश में पिछले सप्ताह की भारी बारिश के बाद 605 सड़कें 12 दिन से बंद पड़ी हैं। 700 से ज्यादा रूट्स पर बस सेवाएं सप्ताह से भी अधिक समय से ठप हैं। लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बंद होने से सेब ढुलाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है। 4986 करोड़ की संपत्ति तबाह हो चुकी है ! प्रदेश में 4986 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी व निजी संपत्ति भारी बारिश से तबाह हो गई है। अकेले जल शक्ति विभाग की 1448.44 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग की 1621.65 करोड़ और बिजली बोर्ड की 1482.72 करोड़ रुपए की संपत्ति बर्बाद हुई। प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 139 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 38 लोगों की जान लैंड स्लाइड व फ्लैश फ्लड के कारण हुई है। 12 लोग अभी भी लापता हैं। ऑरेंज अलर्ट तब जारी किया जाता है, जब 24 घंटे के भीतर 115.6 मिलीमीटर से 2204.4 मिलीमीटर के बीच बारिश होने का पूर्वानुमान हो। अमूमन इतनी बारिश तबाही मचाती है। खासकर ऐसे वक्त में जब पहले ही भारी बारिश से जमीन में नमी बहुत ज्यादा हो गई है। इससे जमीन स्पंजी हो गई है। ज्यादा बारिश तबाही का कारण बनती है।