धर्मशाला- हिमाचल प्रदेश में मौसम लगातार कड़ा रुख अपनाए हुए है। जिला कांगड़ा सहित मंडी, सिरमौर व बिलासपुर में आज भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। लोगों को नदी नालों के नजदीक न जाने के निर्देश दिए हैं। भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन होने से आवाजाही में भी खतरा बढ़ा है। ऐसे में लोगों को सतर्कता के साथ सफर करने को कहा गया है। बीते रोज ही नूरपुर के नियाजपुर से पहाड़ी दरकी और चट्टाने सड़क पर चल रही एक कार पर आ गिरी, जिससे चालक बुरी तरह से घायल हो गया। लोगों की मदद से उसे गाड़ी की छत्त काटकर बाहर निकारा गया।
इसी तरह से रानीताल में भूस्खलन से सड़क पर आई चट्टाने न हटाने के कारण अपने परिवार के साथ घर लौट रहे व्यक्ति का वाहन चट्टान से टकरा गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल उसकी माता का भी देहांत हो गया। इसी तरह से 12 जुलाई को हुई भारी बारिश के कारण भागसूनाग, शिला, राजोल व रुलेहड़ में तबाही मची थी।
लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग, जलशक्ति विभाग को करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है। कई स्थान अभी भी ऐसे हैं, जहां पर पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने बताया सभी लोगों को नदी नालों तथा खड्डों के किनारे जाने की मनाही की गई है। कांगड़ा जिला के सभी अधिकारियों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। जिला कंट्रोल रूम तथा उपमंडल कंट्रोल रूम के संपर्क में रहें ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में राहत कार्यों के लिए त्वरित कदम उठाए जा सकें।
आपदा से निपटने को तैयार है मास्टर प्लान
आपदा से निपटने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत ही सभी उपमंडल अधिकारियों को मुस्तैद रहने को कहा है। इसके अलावा जो उपकरण व मशीनरी रास्ता खोलने, चट्टानें हटाने व मलबा हटाने के लिए ज्यादा जरूरी हैं उन्हें भी तैयार रखने को कहा है। ज्यादा जरूरी हो तो ही इन दिनों सफर करें।
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