नादौन इलाके में स्थित ब्यास नदी व उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के यमुना नदी में अवैध खनन मामले में दो के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें नादौन के ज्ञानचंद व ज्वालामुखी के संजय धीमान शामिल हैं। इन दोनों को गिरफ्तार करके गाजियाबाद स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दोनो को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था जहां इन दोनो को हिरासत में ले लिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ज्ञानचंद से लंबे समय से पूछताछ हो रही थी। कई बार विभाग की टीम कांगड़ा के पास बने स्टोन क्रेशर में भी दस्तक से चुकी थी।
उल्लेखनीय है कि ईडी को औपचारिक शिकायतें और खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि ज्ञान चंद सहित कई खनन माफियाओं द्वारा ब्यास नदी के तट पर अवैध रेत व खनिज खनन का कार्य किया जा रहा है। इन अवैध खनन कार्यों से सैकड़ों करोड़ की आपराधिक आय (POC) अर्जित की गई है। ईडी ने अवैध खनन से संबंधित हिमाचल के कांगड़ा व ऊना जिलों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों द्वारा दर्ज 6 एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।
एफआईआर के मुताबिक यह आरोप लगाया गया है कि सरकारी भूमि पर अवैध खनन गतिविधियां हो रही हैं। हिमाचल के ऊना और कांगड़ा जिलों में टिप्पर, पोकलेन, जेसीबी और ट्रैक्टर अवैध खनन में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। ये वाहन अवैध रूप से खनिजों को निकालने में शामिल थे। नतीजतन इन खनिजों को ओवरलोड वाहनों द्वारा अवैध रूप से स्टोन क्रेशरों तक पंहुचा रहे थे। ईडी ने सबसे पहले हमीरपुर से जांच शुरू की थी । जब एक ही परिवार के तीन व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की। घटना के बाद लगातार दो दिन तक जांच की थी।